मुंबई
5 अगस्त 2025
फिल्मों से लेकर निजी जीवन तक अपनी स्पष्टवादिता के लिए मशहूर अभिनेत्री नीना गुप्ता ने एक बार फिर अपने दिल की बात साझा की है। उन्होंने एक पुराने इंटरव्यू में बताया था कि उन्होंने अपनी बेटी मसाबा गुप्ता को साफ शब्दों में समझाया था कि वेस्टइंडीज क्रिकेटर विवियन रिचर्ड्स एक “फैमिली मैन” नहीं थे।
नीना गुप्ता और विवियन रिचर्ड्स की कहानी 1980 के दशक में सुर्खियों में रही थी। दोनों ने कभी शादी नहीं की, लेकिन नीना ने अकेले ही मसाबा की परवरिश की। उन्होंने समाज के तानों और कठिनाइयों का सामना करते हुए सिंगल मदर होने का बोझ गर्व से उठाया।
विवियन की गैरहाज़िरी पर मसाबा की उलझन
नीना ने बताया, “मैंने मसाबा से कहा था कि तुम्हारे पापा फैमिली मैन नहीं हैं। शुरू में वह दुखी होती थी कि पापा संपर्क में नहीं रहते, लेकिन बाद में उन्होंने थोड़ा जुड़ाव दिखाया।” नीना के अनुसार, विवियन तकनीक से दूर रहते हैं, इसीलिए उनसे संपर्क करना भी मुश्किल था।
कभी फोन, कभी खामोशी
नीना ने कहा, “वो कभी जन्मदिन पर कॉल करते, कभी तीन साल तक कोई खबर नहीं होती। कभी मिलते, कभी नहीं। मुझे पता था वो कैसे हैं।” उन्होंने यह भी बताया कि विवियन इमोशन जाहिर नहीं कर पाते थे, लेकिन अगर उनसे कुछ माँगा जाता, तो वो उसे लाने के लिए जी-जान लगा देते।
भावुक यादें और सम्मान
नीना ने एक मैच की याद साझा की जिसमें विवियन की टीम एक रन से हार गई थी और वे कप्तान के रूप में भावुक हो गए थे। “वो जमीन से जुड़े हुए, अनुशासित और नेक इंसान हैं, लेकिन उनसे ज़्यादा की उम्मीद नहीं की जा सकती थी,” नीना ने कहा।
मां-बेटी का सशक्त सफर
आज मसाबा एक सफल फैशन डिज़ाइनर हैं और नीना गुप्ता न सिर्फ़ ‘बधाई हो’ और ‘पंचायत’ जैसी हिट फिल्मों से अभिनय में जमी हुई हैं, बल्कि एक सशक्त स्त्री के रूप में समाज के सामने उदाहरण भी बनी हुई हैं।
यह कहानी एक मां की हिम्मत, एक बेटी की समझ और रिश्तों की जटिलताओं के बीच सच्चाई के साहसिक स्वीकार की मिसाल बन गई है।