बेंगलुरु, कर्नाटक
27 जुलाई 2025
कर्नाटक के मुख्यमंत्री सिद्धारमैया ने मैसूरू में आयोजित एक बड़ी जनसभा और विकास योजनाओं के उद्घाटन कार्यक्रम के दौरान विपक्ष और विशेष रूप से भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) पर तीखा हमला करते हुए कहा कि मैसूरू सहित पूरे राज्य में असली और टिकाऊ विकास कांग्रेस शासन में ही हुआ है। उन्होंने भाजपा पर आरोप लगाया कि वह केवल नारों और घोषणाओं की राजनीति करती है, जबकि कांग्रेस ने धरातल पर ठोस काम किया है। सिद्धारमैया ने ₹2,578 करोड़ की विभिन्न विकास योजनाओं की शुरुआत करते हुए कहा कि यह आंकड़ा खुद गवाही देता है कि किसने विकास किया और किसने केवल वोटबैंक की राजनीति चलाई। उनका कहना था कि कांग्रेस ने शिक्षा, स्वास्थ्य, परिवहन और स्वच्छता के क्षेत्रों में जितना निवेश किया है, वह भाजपा की तुलना में कहीं अधिक है।
मुख्यमंत्री ने विस्तार से बताया कि मैसूरू को एक आधुनिक और समावेशी शहर के रूप में विकसित करने के लिए कांग्रेस सरकार ने एक दीर्घकालिक रणनीति पर काम किया है। इस रणनीति के तहत ₹50 करोड़ की लागत से कैंसर अस्पताल की स्थापना, ₹125.5 करोड़ से नेफ्रोलॉजी संस्थान का विस्तार और ₹120 करोड़ की लागत से नया केएसआरटीसी बस स्टैंड बनाया जा रहा है। इसके साथ ही ड्रैगन बोटिंग पूल, स्पोर्ट्स साइंस सेंटर, सॉलिड वेस्ट मैनेजमेंट सिस्टम और स्मार्ट सिटी से जुड़ी अनेक परियोजनाओं पर कार्य प्रगति पर है। सिद्धारमैया ने यह भी स्पष्ट किया कि ये सभी परियोजनाएं किसी तात्कालिक चुनावी फायदे के लिए नहीं बल्कि आने वाली पीढ़ियों के भविष्य को ध्यान में रखकर बनाई गई हैं। उन्होंने भाजपा नेताओं पर तंज कसते हुए कहा कि जब उन्होंने सत्ता संभाली थी, तब शहर में बुनियादी ढांचे की स्थिति बेहद दयनीय थी, जिसे कांग्रेस सरकार ने बदलकर रख दिया।
इस अवसर पर उन्होंने विपक्ष को चुनौती देते हुए कहा कि अगर भाजपा को लगता है कि उन्होंने कांग्रेस से ज्यादा काम किया है, तो वे सार्वजनिक रूप से खुली बहस के लिए तैयार रहें। उन्होंने जोर देकर कहा कि तथ्यों और आंकड़ों के आधार पर यह साबित किया जा सकता है कि भाजपा के शासनकाल में केवल दिखावे की राजनीति हुई, जबकि कांग्रेस ने जमीनी स्तर पर योजनाओं को लागू किया और उनका लाभ आम जनता तक पहुंचाया। सिद्धारमैया ने विशेष रूप से भाजपा द्वारा लगाए गए “राज्य सरकार वित्तीय संकट में है” जैसे आरोपों को खारिज करते हुए कहा कि ये केवल भ्रम फैलाने और लोगों को गुमराह करने की साजिश है।
कार्यक्रम के दौरान मुख्यमंत्री ने युवाओं को भी संबोधित किया और कांग्रेस की सामाजिक न्याय नीतियों का उल्लेख किया। उन्होंने कहा कि कांग्रेस ही एकमात्र ऐसी पार्टी है जिसने महिलाओं, दलितों, पिछड़ों और अल्पसंख्यकों को समाज की मुख्यधारा में लाने के लिए ठोस नीतियां बनाई और लागू कीं। उन्होंने यह भी कहा कि भाजपा और आरएसएस की विचारधारा समाज को विभाजित करती है जबकि कांग्रेस “समावेशी भारत” के विचार को बढ़ावा देती है। उन्होंने युवा कांग्रेस कार्यकर्ताओं से अपील की कि वे भाजपा की विभाजनकारी राजनीति का डटकर मुकाबला करें और संविधान की धर्मनिरपेक्ष आत्मा की रक्षा करें।
इस कार्यक्रम को कांग्रेस के शक्ति प्रदर्शन के रूप में भी देखा जा रहा है, मगर सिद्धारमैया ने इसे ‘विकास के साक्ष्य प्रस्तुत करने का मंच’ बताया। उन्होंने कहा कि ‘साधना समावेश सभा’ केवल पार्टी का जलवा दिखाने के लिए नहीं थी, बल्कि यह सभा जनता को यह बताने के लिए थी कि कांग्रेस सरकार ने वास्तव में किस तरह से विकास किया है। उन्होंने दावा किया कि कर्नाटक में कांग्रेस के नेतृत्व में समग्र विकास हो रहा है, और इस मॉडल को आने वाले वर्षों में पूरे देश के सामने एक उदाहरण के रूप में पेश किया जा सकता है।
निष्कर्षत: मुख्यमंत्री सिद्धारमैया का यह वक्तव्य एक राजनीतिक प्रहार नहीं बल्कि विकास के आंकड़ों पर आधारित चुनौती थी। उन्होंने भाजपा पर जहां शब्दों की राजनीति करने का आरोप लगाया, वहीं कांग्रेस के विकास कार्यों को ठोस उदाहरणों और योजनाओं के ज़रिये जनता के सामने रखा। यह बयान आगामी चुनावों से पहले एक रणनीतिक सियासी हमला भी माना जा रहा है, जिससे कांग्रेस अपने शासनकाल को ‘विकास का पर्याय’ बनाकर जनता के सामने पेश कर सके।