नई दिल्ली । 3 अगस्त 2025
केंद्रीय सड़क परिवहन और राजमार्ग मंत्री नितिन गडकरी ने शनिवार को विश्वास जताया कि भारत की लॉजिस्टिक्स लागत दिसंबर 2025 तक 10% से भी कम रह जाएगी। उन्होंने कहा कि इससे भारत को चीन और अमेरिका जैसी वैश्विक अर्थव्यवस्थाओं के मुकाबले अधिक प्रतिस्पर्धी बनने में मदद मिलेगी।
गडकरी आंध्र प्रदेश के मंगलगिरी में आयोजित एक वर्चुअल कार्यक्रम को संबोधित कर रहे थे, जहां उन्होंने ₹5,235 करोड़ की लागत से बनने वाले 27 सड़क परियोजनाओं की आधारशिला रखी और दो परियोजनाओं का उद्घाटन किया।
चीन-अमेरिका से तुलना
गडकरी ने बताया कि फिलहाल भारत की लॉजिस्टिक्स लागत जीडीपी का 13-14% है, जबकि चीन में यह 8% और अमेरिका में लगभग 12% है। उन्होंने कहा, “लॉजिस्टिक्स लागत जितनी कम होगी, भारत उतना ही अधिक वैश्विक व्यापार में प्रतिस्पर्धी बनेगा।”
बुनियादी ढांचे में बड़ा निवेश
उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार का उद्देश्य सड़क नेटवर्क, एक्सप्रेसवे, फ्रेट कॉरिडोर, और मल्टी-मॉडल ट्रांसपोर्ट हब को तेजी से विकसित करना है, ताकि लॉजिस्टिक्स का समय और खर्च दोनों घटाया जा सके।
गडकरी ने यह भी दोहराया कि सरकार हरित और टिकाऊ विकास की दिशा में आगे बढ़ रही है, और आने वाले वर्षों में ई-मोबिलिटी, ग्रीन हाइड्रोजन और वैकल्पिक ईंधनों को बढ़ावा दिया जाएगा।
आंध्र प्रदेश को मिलेगी बड़ी सौगात
आंध्र प्रदेश के लिए घोषित 27 परियोजनाओं से राज्य में कनेक्टिविटी को बड़ा प्रोत्साहन मिलेगा और व्यापारिक गतिविधियों को गति मिलेगी। इससे ग्रामीण इलाकों में विकास के नए रास्ते खुलेंगे और रोजगार के अवसर बढ़ेंगे।