चागोस समझौता: मॉरीशस की संप्रभुता की ऐतिहासिक जीत
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मॉरीशस के प्रधानमंत्री डॉ. नविनचंद्र रामगुलाम के साथ संयुक्त प्रेस कॉन्फ्रेंस में चागोस समझौते की सफलता पर बधाई दी। पीएम मोदी ने कहा कि यह मॉरीशस की संप्रभुता के लिए एक ऐतिहासिक विजय है। उन्होंने स्पष्ट किया कि भारत ने हमेशा मॉरीशस की संप्रभुता और उपनिवेशवाद के खिलाफ उसके अधिकारों का समर्थन किया है।
विशेष आर्थिक पैकेज: भविष्य में निवेश
प्रधानमंत्री मोदी ने मॉरीशस की आवश्यकताओं और प्राथमिकताओं को ध्यान में रखते हुए एक विशेष आर्थिक पैकेज की घोषणा की। यह पैकेज इंफ्रास्ट्रक्चर मजबूत करेगा, रोजगार के नए अवसर पैदा करेगा और स्वास्थ्य सुविधाओं को सुदृढ़ करेगा। इसके तहत चागोस मरीन प्रोटेक्टेड एरिया, एसएसआर अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे में ATC टॉवर, हाईवे और रिंग रोड के विस्तार जैसे प्रोजेक्ट्स को भी आगे बढ़ाया जाएगा। मोदी ने इसे केवल मदद नहीं बल्कि साझा भविष्य में निवेश बताया।
सांस्कृतिक और शैक्षिक सहयोग
पीएम मोदी ने कहा कि मॉरीशस में भारतीय संस्कृति सदियों से जीवन की धारा में रची-बसी है। भारत के IIT मद्रास और Indian Institute of Plantation Management ने यूनिवर्सिटी ऑफ मॉरीशस के साथ समझौते किए हैं, जो रिसर्च, शिक्षा और इनोवेशन में सहयोग को नई ऊँचाई देंगे।
आर्थिक और तकनीकी साझेदारी
मॉरीशस में पिछले साल UPI और RuPay कार्ड की शुरुआत हुई, और अब दोनों देश स्थानीय मुद्रा में व्यापार को सक्षम बनाने की दिशा में काम करेंगे। ऊर्जा सुरक्षा भी साझेदारी का अहम स्तंभ है, जिसमें भारत मॉरीशस के ऊर्जा संक्रमण में सहयोग कर रहा है।
समुद्री सुरक्षा और हिंद महासागर
पीएम मोदी ने कहा कि भारत और मॉरीशस के लिए free, open, secure, स्थिर और समृद्ध हिंद महासागर साझा प्राथमिकता है। मॉरीशस के Exclusive Economic Zone की सुरक्षा और समुद्री क्षमता को मजबूत करने में भारत पूरी तरह प्रतिबद्ध है।
मॉरीशस और भारत: सिर्फ पार्टनर नहीं, परिवार
प्रधानमंत्री ने मॉरीशस के लोगों का स्वागत काशी में करते हुए कहा कि यह केवल औपचारिक नहीं, बल्कि आत्मिक मिलन है। भारत और मॉरीशस सिर्फ साझेदार नहीं, बल्कि एक परिवार हैं।