चंडीगढ़ 12 अक्टूबर 2025
पंजाब और हरियाणा में IPS अधिकारी वाई पूरन कुमार की संदिग्ध आत्महत्या के मामले ने नई तीव्रता पकड़ी है। इस बीच खाप पंचायतों ने खुलकर SP नरेंद्र बिजारणिया को समर्थन दिया है, और कहा है कि इस मामले में “जाति का ज़हर” फैलाया जा रहा है। खाप पंचायतों का आरोप है कि यह केवल व्यक्तिगत मामला नहीं है, बल्कि एक बड़ी साजिश है जिसमें न्याय व्यवस्था, प्रशासन और समाज में विद्यमान जातिगत भेदभाव की भूमिका हो सकती है।
खाप पंचायतों ने कहा है कि SP नरेंद्र पर आरोप लगाकर व्यापक जातीय तनाव फैलाया जा रहा है और मामला राजनीति और शक्ति संघर्ष की ओर ले जाया जा रहा है। उनका यह भी कहना है कि SP नरेंद्र पहले ही बदनाम किए जा चुके हैं ताकि मुख्य आरोपी को बचाने का रास्ता साफ हो।
इस बीच, IPS पूरन कुमार की पत्नी और अन्य समर्थकों ने आरोप लगाए हैं कि अधिकारी को वर्षों से जातिगत उत्पीड़न, मानसिक दबाव और दी गई सार्वजनिक अपमान सहना पड़ा। उन्होंने SP नरेंद्र और अन्य वरिष्ठ अधिकारियों पर साजिश के तहत झूठे मामलों का निर्माण और धोखाधड़ीपूर्ण सबूत पेश करने का आरोप लगाया है।
राजनीतिक हलकों में यह मामला गहराता जा रहा है — एसपी नरेंद्र का तबादला हुआ है और खाप पंचायतों की भूमिका इस वजह से अमूमन विवादित मानी जाती रही है। अब यह देखना है कि न्यायालय, राज्य सरकार और केंद्र सरकार इस मामले को कैसे संभालती हैं और क्या वैसे समाज और प्रशासनिक तंत्र को पारदर्शी जवाब देंगे।