जबलपुर 18 अगस्त 2025
जबलपुर में हुई खितोला बैंक डकैती ने पूरे प्रदेश को हिला दिया है। इस सनसनीखेज वारदात की जांच जैसे-जैसे आगे बढ़ रही है, वैसे-वैसे चौंकाने वाले खुलासे सामने आ रहे हैं। पुलिस की जांच में पता चला है कि इस डकैती की पूरी योजना छत्तीसगढ़ की जेल के अंदर बैठकर रची गई थी। अपराधियों ने जेल की चारदीवारी के भीतर से ही बाहर बैठे साथियों को निर्देश दिए और बैंक में रखे 15 किलो सोने पर डाका डालने की साजिश को अंजाम देने की रणनीति बनाई।
पुलिस ने इस मामले में चार मुख्य साजिशकर्ताओं को गिरफ्तार किया है। शुरुआती पूछताछ में सामने आया कि बैंक डकैती के पीछे एक संगठित गिरोह काम कर रहा था, जिसका नेटवर्क जेल से लेकर बाहर तक फैला हुआ है। जेल के अंदर बैठे अपराधियों ने फोन और गुप्त संदेशों के जरिए अपने साथियों से लगातार संपर्क रखा और उन्हें डकैती का पूरा खाका तैयार करके दिया। इस गिरोह ने न केवल बैंक की सुरक्षा व्यवस्था और समय का बारीकी से अध्ययन किया बल्कि बैंक के अंदर-बाहर की गतिविधियों की भी निगरानी की थी।
अधिकारियों ने बताया कि बैंक डकैती में जिस तरह से 15 किलो सोना लूटा गया, उससे साफ होता है कि अपराधियों के पास पुख्ता जानकारी और मजबूत नेटवर्क मौजूद था। पुलिस की विशेष टीम अब इस गिरोह के बाकी सदस्यों की तलाश में जुटी है, साथ ही यह भी जांच की जा रही है कि जेल प्रशासन की लापरवाही के चलते कैदियों को इतनी स्वतंत्रता कैसे मिली कि वे जेल के भीतर से इतना बड़ा अपराध प्लान कर सके।
जबलपुर की यह डकैती प्रदेश की सबसे बड़ी वारदातों में से एक मानी जा रही है। पुलिस अधिकारियों का कहना है कि आने वाले दिनों में और भी बड़े खुलासे हो सकते हैं, क्योंकि इस नेटवर्क से जुड़े कई नाम अभी तक सामने नहीं आए हैं। वहीं इस घटना ने सुरक्षा व्यवस्था और जेल प्रशासन की कार्यप्रणाली पर भी गंभीर सवाल खड़े कर दिए हैं।