आत्मनिर्भर भारत का उड़ा शंखनाद
भारत सरकार ने देश की सुरक्षा को और सशक्त करने के लिए बड़ा फैसला लिया है। कैबिनेट कमेटी ऑन सिक्योरिटी (CCS) ने स्वदेशी ताकत को मज़बूती देने के लिए 97 हल्के लड़ाकू विमान तेजस (LCA Tejas) और 6 एयरबोर्न अर्ली वॉर्निंग एंड कंट्रोल (AEW&C) एयरक्राफ्ट खरीद को मंज़ूरी दे दी है। यह निर्णय न केवल भारतीय वायुसेना की शक्ति को दोगुना करेगा बल्कि “मेक इन इंडिया” और “आत्मनिर्भर भारत” अभियान को भी नई ऊँचाई पर ले जाएगा।
भारत का जवाब: अब आसमान भी होगा दुश्मनों के लिए खौफ़नाक
तेजस और AEW&C विमानों का यह बेड़ा वायुसेना को अत्याधुनिक तकनीक, घातक मारक क्षमता और 24×7 निगरानी की शक्ति देगा। यह साफ संदेश है कि भारत अब किसी भी चुनौती का मुँहतोड़ जवाब देने के लिए तैयार है। चाहे दुश्मन सीमा पर हो या आसमान में घुसपैठ करने की कोशिश करे, भारतीय वायुसेना की नई शक्ति उसकी साँसें रोक देगी।
मेक इन इंडिया से आत्मविश्वास की उड़ान
तेजस और AEW&C का निर्माण देश के ही कारखानों में होगा, जिससे रक्षा क्षेत्र में स्वदेशीकरण को बूस्ट मिलेगा। इससे न केवल तकनीकी आत्मनिर्भरता बढ़ेगी, बल्कि हजारों युवाओं को रोज़गार भी मिलेगा। यह सौदा केवल युद्धक क्षमता का नहीं बल्कि “राष्ट्रनिर्माण” का भी प्रतीक है।
दुनिया को संदेश: भारत अब न झुकेगा, न रुकेगा
97 तेजस और 6 AEW&C विमानों का अधिग्रहण भारत की रणनीतिक सोच और आक्रामक तैयारी का परिचायक है। यह कदम पाकिस्तान और चीन दोनों के लिए सीधी चेतावनी है—”भारत से टकराओगे तो खामियाज़ा भुगतना पड़ेगा।” भारत अब शांति का समर्थक होकर भी, युद्ध की स्थिति में हर पल तैयार है। यह फैसला भारतीय सेना की बढ़ती ताक़त और भारत की नई रणनीतिक नीति का प्रतीक है—”बात शांति की, लेकिन तैयारी जंग की।”