राज्यसभा सांसद और वरिष्ठ वकील कपिल सिब्बल ने शनिवार को पूर्व उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ की रहस्यमय चुप्पी और अचानक गायब होने को लेकर गंभीर सवाल उठाए। सिब्बल ने कहा कि धनखड़ ने 21 जुलाई को स्वास्थ्य कारणों का हवाला देते हुए इस्तीफा दिया था, लेकिन तब से उनकी कोई जानकारी नहीं है—न वे सार्वजनिक रूप से दिखे हैं, न ही मीडिया में कोई बयान आया है।
गृह मंत्री से जवाब की मांग
सिब्बल ने गृह मंत्री अमित शाह से इस मामले पर स्पष्टता लाने की अपील की। उन्होंने तंज करते हुए कहा, “मैंने ‘लापता लेडीज़’ का नाम सुना है, पर ‘लापता उपराष्ट्रपति’ कभी नहीं सुना।” उन्होंने पूछा कि क्या हमें उनकी सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए हैबियस कॉर्पस याचिका दायर करनी चाहिए।
सवालों के घेरे में चुप्पी
सिब्बल ने यह भी कहा कि अब सवाल उठ रहा है—क्या धनखड़ कहीं इलाज करा रहे हैं, या अपने घर में आराम कर रहे हैं? उन्होंने बताया कि उनके परिवार से भी कोई आधिकारिक बयान सामने नहीं आया है। सिब्बल के मुताबिक, “लोकतंत्र में ऐसी चीजें जनता की जानकारी में होनी चाहिए।”
राजनीतिक हलकों में चिंता
धनखड़ के इस्तीफे और उसके बाद से संचारहीनता ने राजनीतिक हलकों में हलचल मचा दी है। विपक्ष अब इस मामले में पारदर्शिता की मांग कर रहा है, जबकि सत्ता पक्ष से अभी तक कोई आधिकारिक स्पष्टीकरण सामने नहीं आया है। सिब्बल का मानना है कि यह स्थिति देश की संवैधानिक मर्यादा और पारदर्शिता के लिए चिंता का विषय है।