नई दिल्ली 13 अगस्त 2025
भारत और पाकिस्तान के बीच आगामी एशिया कप मैच को लेकर भावनाएं उबाल पर हैं। भारतीय क्रिकेट के दिग्गज हरभजन सिंह ने इस मैच के आयोजन पर कड़ा विरोध जताया है। उनका कहना है कि जब हमारे जवान सीमा पर शहीद हो जाते हैं और घर वापस नहीं आते, तो हम क्रिकेट खेलने पाकिस्तान क्यों जाएं?
हरभजन सिंह का बयान: ‘राष्ट्र पहले’
हरभजन सिंह ने टाइम्स ऑफ इंडिया से बातचीत में कहा, “हमारे देश के जवान जो सीमा पर खड़े होते हैं, उनकी शहादत होती है, वे घर वापस नहीं आते। उनकी इतनी बड़ी कुर्बानी होती है हमारे लिए। तो यह तो बहुत छोटी बात है कि हम एक क्रिकेट मैच न खेल सकें।” उन्होंने यह भी सवाल उठाया कि जब सीमा पर तनाव हो, तो हम क्रिकेट खेलने पाकिस्तान क्यों जाएं?
वर्ल्ड चैंपियंस ऑफ लिजेंड्स (WCL) में भी लिया गया था विरोध
हरभजन सिंह हाल ही में समाप्त हुए वर्ल्ड चैंपियंस ऑफ लिजेंड्स (WCL) टूर्नामेंट में भी हिस्सा ले रहे थे। इस टूर्नामेंट में भारत चैंपियंस ने पाकिस्तान चैंपियंस के खिलाफ ग्रुप स्टेज और सेमीफाइनल मैचों का बहिष्कार किया था। इस कदम के पीछे भी यही भावना थी कि जब तक सीमा पर तनाव है, तब तक पाकिस्तान के साथ क्रिकेट नहीं खेला जाना चाहिए।
सार्वजनिक प्रतिक्रिया और भावनाएं
हरभजन सिंह के इस बयान के बाद सोशल मीडिया और अन्य मंचों पर भारतीय नागरिकों और पूर्व क्रिकेटरों की प्रतिक्रियाएं सामने आई हैं। अधिकांश लोग उनके विचारों से सहमत हैं और मानते हैं कि जब तक सीमा पर तनाव है, तब तक पाकिस्तान के साथ क्रिकेट संबंधों पर पुनर्विचार किया जाना चाहिए।
भारत और पाकिस्तान के बीच क्रिकेट मैचों का आयोजन हमेशा से ही संवेदनशील मुद्दा रहा है। हरभजन सिंह का यह बयान इस बात की ओर इशारा करता है कि खेल और राजनीति को अलग-अलग रखना चाहिए, लेकिन जब राष्ट्रीय सुरक्षा और शहीदों की शहादत की बात आती है, तो खेल को प्राथमिकता नहीं दी जा सकती।