हिंदी सिनेमा के सुपरस्टार और दर्शकों के “हीरो नंबर वन” गोविंदा की निजी जिंदगी से जुड़ी खबर ने इंडस्ट्री और उनके प्रशंसकों के बीच सनसनी फैला दी है। उनकी पत्नी सुनीता आहूजा ने मुंबई की फैमिली कोर्ट में तलाक की अर्जी दाखिल कर दी है। यह खबर इसलिए भी चौंकाने वाली है क्योंकि गोविंदा हमेशा खुद को “फैमिली मैन” के तौर पर पेश करते रहे हैं और उनकी शादी को फिल्म इंडस्ट्री में एक स्थिर रिश्ते की मिसाल माना जाता था। सुनीता ने अदालत में दायर याचिका में पति पर व्यभिचार (अफेयर), क्रूरता और धोखाधड़ी जैसे गंभीर आरोप लगाए हैं। इन आरोपों के सामने आने के बाद बॉलीवुड और फैन्स के बीच चर्चाओं का दौर तेज हो गया है।
गोविंदा और सुनीता की शादी का रिश्ता तीन दशकों से भी लंबा रहा है। साल 1987 में, जब गोविंदा महज 24 साल के थे और उनका करियर शुरुआती सफलता की ऊंचाइयों पर था, उन्होंने आम लड़की सुनीता से विवाह किया। उस दौर में उनकी फिल्में इल्ज़ाम, खुदगर्ज़ और लव 86 जैसी सुपरहिट हो चुकी थीं और वे लड़कियों के बीच जबरदस्त लोकप्रिय थे। तमाम आकर्षण और प्रसिद्धि के बावजूद उन्होंने अपने परिवार को प्राथमिकता दी और शादी का निर्णय लिया। यही वजह रही कि लोगों ने उन्हें न केवल एक सफल अभिनेता बल्कि एक जिम्मेदार पारिवारिक इंसान के रूप में भी देखा। परंतु अब जब उनकी पत्नी ने अदालत का दरवाज़ा खटखटाया है और गंभीर आरोप लगाए हैं, तो उनकी इस छवि पर गहरा सवालिया निशान खड़ा हो गया है।
गोविंदा का फिल्मी करियर हमेशा उतार-चढ़ाव से भरा रहा, लेकिन उनके पारिवारिक रिश्तों की मजबूती और पत्नी सुनीता के साथ उनका जुड़ाव अक्सर मीडिया में सकारात्मक उदाहरण के रूप में सामने आता था। वे कई बार इंटरव्यू में कहते थे कि वे परिवार को सबसे ऊपर रखते हैं। यही छवि उन्हें अन्य सितारों से अलग बनाती थी। हालांकि, अब तलाक की अर्जी और गंभीर आरोपों ने न केवल उनके परिवार को मुश्किल में डाल दिया है बल्कि उनकी स्थापित छवि पर भी चोट पहुंचाई है। यदि अदालत की कार्यवाही आगे बढ़ती है, तो यह मामला उनके करियर और व्यक्तिगत ब्रांड दोनों पर असर डाल सकता है।
विशेषज्ञों का मानना है कि बॉलीवुड के सितारों के रिश्ते आम तौर पर चर्चा में रहते हैं, लेकिन गोविंदा जैसे “परिवार-प्रेमी” अभिनेता के रिश्ते का टूटना समाज पर गहरा असर डालता है। युवाओं में विवाह जैसी संस्था के प्रति पहले से ही असमंजस और असुरक्षा का भाव बढ़ रहा है। जब हाई-प्रोफाइल मामले इस तरह सुर्खियों में आते हैं, तो युवाओं के बीच यह सवाल उठने लगता है कि क्या शादी लंबे समय तक टिक सकती है। यही कारण है कि इस मामले ने केवल इंडस्ट्री ही नहीं बल्कि समाज में भी गहन चर्चा को जन्म दिया है।
हालांकि, इस पूरे विवाद के बीच गोविंदा के मैनेजर ने स्थिति को साफ करने की कोशिश की है। उन्होंने तलाक और क्रूरता की खबरों को सिरे से खारिज करते हुए कहा कि यह सब महज अफवाह है। मैनेजर के मुताबिक, “गोविंदा जी किसी पर हाथ नहीं उठा सकते। उनका रिश्ता और परिवार अटूट है।” लेकिन फैमिली कोर्ट में दाखिल याचिका और उसमें लगाए गए आरोपों ने इस विवाद को बेहद गंभीर बना दिया है। लोगों के बीच यह सवाल भी उठ रहा है कि अगर यह केवल अफवाह है तो फिर तलाक की याचिका कैसे दाखिल हुई।
अब सबकी निगाहें अदालत की कार्यवाही और दोनों पक्षों की आधिकारिक प्रतिक्रियाओं पर टिकी हैं। अभी तक गोविंदा या सुनीता की ओर से कोई प्रत्यक्ष बयान सामने नहीं आया है। माना जा रहा है कि आने वाले दिनों में यह मामला और तूल पकड़ सकता है और अदालत से निकलने वाली हर खबर मीडिया और फैन्स के बीच सुर्खियों में बनी रहेगी। बॉलीवुड के लिए यह घटना उन गिनती की घटनाओं में शामिल हो गई है, जिसने पूरी इंडस्ट्री और फैन्स दोनों को गहराई से हिला दिया है।