इस्लामाबाद 16 अगस्त 2025
पाकिस्तान एक बार फिर प्राकृतिक आपदा के गंभीर संकट से जूझ रहा है। लगातार हो रही भारी बारिश और उसके चलते आई भीषण बाढ़ ने अब तक 344 लोगों की जान ले ली है। हजारों लोग बेघर हो गए हैं और लाखों लोग इस आपदा से प्रभावित हुए हैं। सड़कों और पुलों के टूटने से कई इलाके देश के बाकी हिस्सों से कट गए हैं, जिससे राहत और बचाव कार्य में बड़ी दिक्कतें आ रही हैं। पाकिस्तान के आपदा प्रबंधन विभाग (NDMA) की मानें तो हालात अभी और बिगड़ सकते हैं क्योंकि अगले कुछ दिनों तक बारिश जारी रहने की संभावना है।
हेलीकॉप्टर हादसा और बड़े पैमाने पर जनहानि
बाढ़ की स्थिति पहले से ही भयावह थी, लेकिन इसी बीच एक सैन्य हेलीकॉप्टर के दुर्घटनाग्रस्त होने की घटना ने देश को और झकझोर दिया। यह हेलीकॉप्टर राहत और बचाव कार्यों के लिए तैनात था, जिसमें कई जवान सवार थे। दुर्घटना में उनकी जान चली गई, जिससे सेना और देश दोनों को गहरा धक्का पहुंचा है। हेलीकॉप्टर हादसे के बाद राहत कार्यों की रफ्तार और धीमी हो गई है।
जनाजों का सैलाब: सामूहिक अंतिम संस्कार
कई इलाकों में इतनी अधिक मौतें हुई हैं कि परिवार और समाज एक साथ सामूहिक जनाजे पढ़ने को मजबूर हैं। मस्जिदों और मैदानों में बड़ी संख्या में शवों को दफनाने का सिलसिला जारी है। यह दृश्य इतना दर्दनाक है कि लोग इसे कयामत का मंजर बता रहे हैं। ग्रामीण इलाकों में शवों को सुरक्षित रखने तक की सुविधा नहीं है, जिससे जन स्वास्थ्य का संकट और गहरा होता जा रहा है।
बुनियादी ढांचे का ध्वस्त होना और लोगों की बेबसी
बाढ़ ने न केवल घरों और खेतीबाड़ी को तबाह किया है बल्कि सड़कें, पुल, स्कूल और अस्पताल तक बर्बाद हो चुके हैं। हजारों घर पानी में बह गए और लाखों लोग तंबुओं या खुले आसमान के नीचे रहने को मजबूर हैं। छोटे बच्चों और बुजुर्गों पर सबसे ज्यादा असर देखा जा रहा है। चिकित्सा सुविधाओं के अभाव में कई लोग मामूली बीमारियों से भी जान गंवा रहे हैं।
सरकार और अंतरराष्ट्रीय मदद की चुनौती
पाकिस्तान सरकार ने आपातकालीन स्थिति की घोषणा कर सेना और अन्य एजेंसियों को राहत कार्य में लगाया है। प्रधानमंत्री और प्रांतीय मुख्यमंत्रियों ने बाढ़ प्रभावित इलाकों का दौरा किया और लोगों को हरसंभव मदद का आश्वासन दिया। इसके अलावा संयुक्त राष्ट्र और अंतरराष्ट्रीय संस्थाएं भी पाकिस्तान को राहत सामग्री और आर्थिक मदद देने की तैयारी में हैं। लेकिन इतनी बड़ी आबादी और इतनी व्यापक तबाही के बीच यह मदद कितनी कारगर साबित होगी, यह समय ही बताएगा।
आने वाले दिनों का खतरा
मौसम विभाग ने चेतावनी दी है कि अगले कुछ दिनों तक बारिश जारी रह सकती है, जिससे स्थिति और बिगड़ सकती है। बांधों और नदियों का जलस्तर खतरे के निशान से ऊपर पहुंच चुका है। विशेषज्ञों का कहना है कि अगर तत्काल राहत और पुनर्वास की मजबूत रणनीति नहीं बनाई गई तो पाकिस्तान को लंबे समय तक इस आपदा के दुष्परिणाम झेलने होंगे।