बोले – यह ‘पिग पार्टी’ है, अब वक्त है लोगों की सच्ची पार्टी का!
अमेरिका की राजनीति में 1 जुलाई को एक बड़ा धमाका हुआ, जब अरबपति टेक उद्यमी एलन मस्क ने अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप को सार्वजनिक रूप से चुनौती देते हुए ऐलान किया कि अगर “वन बिग ब्यूटीफुल बिल” पास होता है, तो वे उसके अगले ही दिन एक नई राजनीतिक पार्टी बनाएंगे, जिसका नाम होगा ‘अमेरिका पार्टी’ (America Party)।
मस्क ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स (X) पर इस विवादित विधेयक की तीखी आलोचना करते हुए लिखा, “यह पिग पार्टी है। यह बिल 5 ट्रिलियन डॉलर की रिकॉर्ड ऋण सीमा बढ़ाता है। यह पागलपन है।”
मस्क यहीं नहीं रुके। उन्होंने अगली पोस्ट में कहा, “यह अब एक यूनिपार्टी सिस्टम है – डेमोक्रेट्स और रिपब्लिकन दोनों सिर्फ खुद की सेवा में लगे हैं। अब वक्त है एक नई पार्टी का जो वाकई आम जनता की परवाह करे।”
क्यों बना यह बिल विवाद का कारण?
डोनाल्ड ट्रंप के दूसरे कार्यकाल की अहम योजना माने जा रहे इस विधेयक में रक्षा, ऊर्जा और सीमा सुरक्षा जैसे क्षेत्रों के लिए भारी भरकम बजट का प्रस्ताव है। लेकिन इसकी कीमत पोषण, स्वास्थ्य और सामाजिक सेवाओं की कटौती से चुकाई जाएगी।
कांग्रेसनल बजट ऑफिस (CBO) के मुताबिक, यह बिल अगले 10 वर्षों में अमेरिका के राष्ट्रीय घाटे को 3.3 ट्रिलियन डॉलर तक बढ़ा सकता है, जबकि ऋण सीमा 5 ट्रिलियन डॉलर तक बढ़ाने का प्रावधान किया गया है। एलन मस्क ने इस पर तीखी आपत्ति जताते हुए कहा कि “यह मेहनती टैक्सपेयर्स के कंधों पर बम गिराने जैसा है।”
“शर्म आनी चाहिए रिपब्लिकन नेताओं को”
मस्क ने पोस्ट में हाउस फ्रीडम कॉकस के चेयरमैन एंडी हैरिस और अन्य रिपब्लिकन सांसदों पर भी सीधा हमला बोला। उन्होंने लिखा, “अगर आपने सरकारी खर्चों को कम करने के नाम पर चुनाव जीता और फिर अमेरिका के इतिहास की सबसे बड़ी कर्ज सीमा बढ़ाने वाले बिल के लिए वोट किया — तो आपको शर्म आनी चाहिए।”
नई पार्टी: ‘अमेरिका पार्टी’ का ऐलान
एलन मस्क ने सार्वजनिक रूप से यह भी घोषणा की कि अगर यह विधेयक सीनेट से पारित होता है, तो वे तुरंत ‘अमेरिका पार्टी’ की नींव रखेंगे — एक ऐसी राजनीतिक पार्टी जो लोगों की सच्ची आवाज होगी, और जो “डेमोक्रेट-रिपब्लिकन यूनिपार्टी सिस्टम” का विकल्प बनेगी।
उन्होंने कहा, “यह पार्टी टेक्नोलॉजी, पारदर्शिता, सीमित सरकार और आम नागरिकों की स्वतंत्रता के मूल्यों पर आधारित होगी। अमेरिका को अब राजनेताओं से नहीं, नेशन-बिल्डरों से चलाने की ज़रूरत है।”
राजनीति में तूफान, बाजार में हलचल
मस्क के इस बयान के बाद अमेरिकी राजनीति में सनसनी फैल गई है। रिपब्लिकन पार्टी में भीतरखाने खलबली मच गई है, वहीं डेमोक्रेट्स मस्क की इस स्थिति को “द्विदलीय व्यवस्था पर सीधा हमला” मान रहे हैं।
वॉल स्ट्रीट में भी हलचल देखी गई – टेक स्टॉक्स में गिरावट आई, जबकि मस्क की कंपनियों (टेस्ला, एक्स, स्पेसएक्स) से जुड़ी अटकलें तेज़ हो गईं।
क्या एलन मस्क 2028 के राष्ट्रपति चुनावों की ओर बढ़ रहे हैं?
राजनीतिक विश्लेषकों का मानना है कि मस्क का यह कदम सिर्फ नाराज़गी नहीं, बल्कि राजनीतिक संकल्पना की शुरुआत है। यदि ‘अमेरिका पार्टी’ को युवाओं, टेक्नोक्रेट्स और मध्यवर्ग का समर्थन मिलता है, तो यह अमेरिका की द्विदलीय राजनीति की संरचना को हिला सकती है।
एलन मस्क ने सिर्फ एक बिल का विरोध नहीं किया, उन्होंने अमेरिकी राजनीति की स्थिर दोध्रुवीय व्यवस्था को खुली चुनौती दी। उनकी चेतावनी — “बिल पास हुआ तो अगली सुबह नई पार्टी बनेगी” — अब अमेरिका के हर न्यूज़रूम, हर कैपिटल हिल कॉरिडोर और हर वोटर के बीच चर्चा का केंद्र है।
क्या एलन मस्क एक उद्योगपति से अगला राजनीतिक शक्तिकेंद्र बनेंगे? क्या ‘अमेरिका पार्टी’ सिर्फ नाम होगा या नया आंदोलन? और सबसे अहम — क्या डोनाल्ड ट्रंप मस्क की चुनौती का जवाब देंगे? सभी सवालों का जवाब आने वाला समय तय करेगा, लेकिन इतना तय है — अमेरिका की राजनीति अब पहले जैसी नहीं रहेगी।