वॉशिंगटन, 30 सितंबर 2025
अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प ने एक चौंकाने वाला ऐलान किया है कि वे उन सभी फिल्मों पर 100 प्रतिशत टैरिफ लगाने की योजना बना रहे हैं जो विदेशों में बनाई गई हों और अमेरिका में आयात की जाएँ। ट्रम्प ने इसे “अमेरिकी फिल्म उद्योग की सुरक्षा” का अहम कदम बताया है और आरोप लगाया है कि अन्य देशों ने अपनी फिल्म-उद्योग सब्सिडी और प्रोत्साहन से अमेरिकी अस्तित्व को कमजोर कर दिया है।
उन्होंने सोशल मीडिया पोस्ट में कहा कि “हमारी मूवी बनाने की कला अन्य देशों द्वारा चुराई जा रही है, जैसे बच्चों से मिठाइयाँ छीन ली जाएँ।” ट्रम्प पहले मई 2025 में इस पहल की बात कर चुके थे, लेकिन अब इसे स्पष्ट प्रस्ताव के रूप में सामने लाया है।
हालाँकि, अभी यह स्पष्ट नहीं है कि इस टैरिफ को लागू करने की कानूनी बुनियाद क्या होगी या इसे कैसे क्रियान्वित किया जाएगा, क्योंकि फिल्में वस्तुओं की तरह नहीं बल्कि बौद्धिक संपत्ति (IP) की श्रेणी में आती हैं। इसके अलावा, आधुनिक फिल्मों को अक्सर कई देशों में बनाना और पोस्ट-प्रोडक्शन कार्यों को विदेशों में करना सामान्य है, जिससे यह निर्णय व्यवहार में लाना जटिल बना देता है।
इस घोषणा से हॉलीवुड, नेटफ्लिक्स, वॉर्नर ब्रदर्स और अन्य बड़े स्टूडियोज़ सहमत नहीं हैं तथा इस पर प्रतिक्रिया देने में अभी किसी ने ठोस बयान नहीं दिया है। उद्योग विश्लेषकों का कहना है कि इस तरह का टैरिफ न केवल लागत बढ़ाएगा बल्कि वैश्विक फिल्म कारोबार को अस्थिर कर सकता है।
अगर यह योजना लागू होती है, तो भारत जैसे देशों की फिल्म इंडस्ट्री पर भी गंभीर असर हो सकता है—बहुत सी बॉलीवुड और अन्य फिल्में अमेरिका में वितरित होती हैं या स्ट्रीमिंग प्लेटफ़ॉर्म के माध्यम से दर्शकों तक पहुँचती हैं।
यह कदम ट्रम्प की बढ़ती आर्थिक राष्ट्रवाद की नीतियों का नया रूप है, जहां अब सांस्कृतिक और मनोरंजन उद्योगों को भी व्यापार युद्ध में शामिल किया गया है।