नई दिल्ली, 26 सितंबर 2025
सरकार द्वारा GST दरों में कटौती लागू होने के पहले ही दिन, भारत में ऑनलाइन खरीदारी और डिजिटल पेमेंट्स ने रिकॉर्ड तोड़ प्रदर्शन किया। आरबीआई डेटा के अनुसार, क्रेडिट कार्ड के माध्यम से मामलों की संख्या और राशि में अचानक उछाल देखा गया, जो इस नीति के तत्काल प्रभाव को दर्शाता है।
विश्लेषकों की रिपोर्ट है कि क्रेडिट कार्ड लेनदेन लगभग छह गुना बढ़कर ₹10,411 करोड़ तक पहुंच गया। वहीं पॉइंट-ऑफ-सेल (POS) लेनदेन भी ₹2,533 करोड़ तक पहुँच गया, जो एक दिन पहले ₹1,106 करोड़ था। यह बदलाव सिर्फ कार्ड लेनदेन पर ही नहीं, बल्कि सम्पूर्ण डिजिटल पेमेंट्स पर भी देखा गया: UPI, NEFT, IMPS समेत अन्य माध्यमों से पूरे देश में लेनदेन तहलका मचा गया।
इस उछाल का कारण साफ़ है — GST कटौती ने बड़ी वस्तुओं जैसे इलेक्ट्रॉनिक्स, फर्नीचर, फैशन और अन्य उपभोक्ता वस्तुओं की कीमतों को कम कर दिया, जिससे उपभोक्ताओं के लिए खरीदारी अधिक आकर्षक हो गई। सातवें दिन की शुरुआत— नव वाणिज्यिक उत्थान और त्योहारों का सीज़न — इस नई सीमा में एक अतिरिक्त इंधन का काम कर रहा है।
विश्लेषकों का अनुमान है कि इस तरह का तेजी से बढ़ा हुआ खर्च अल्पकालिक तो अर्थव्यवस्था को गति देगा, लेकिन यह देखना होगा कि यह उछाल कितने समय तक टिक पाएगा। यदि इस बढ़ोतरी का रूख बना रहा, तो यह उपभोक्ता आत्मविश्वास, रिटेल सेक्टर और डिजिटल अर्थव्यवस्था के लिए पोषक साबित हो सकता है। वहीं, यदि गिरावट आई, तो यह संकेत हो सकता है कि कटौती का लाभ अस्थायी उत्साह पर आधारित था।