नई दिल्ली 14 अगस्त 2025
कांग्रेस ने 2024 लोकसभा चुनाव को रद्द करने की मांग करते हुए सनसनीखेज आरोप लगाया है कि यह चुनाव फर्जी वोटर लिस्ट के आधार पर लड़ा गया। ऑल इंडिया कांग्रेस कमेटी (AICC) के मीडिया और पब्लिसिटी चेयरमैन पवन खेड़ा ने बीजेपी सांसद अनुराग ठाकुर के एक प्रेस कॉन्फ्रेंस का हवाला देते हुए दावा किया कि ठाकुर ने अनजाने में चुनाव आयोग और बीजेपी की सांठगांठ को उजागर कर दिया। कांग्रेस ने विशेष रूप से वाराणसी की इलेक्ट्रॉनिक वोटर लिस्ट सार्वजनिक करने की मांग की, जहां से प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने जीत हासिल की थी।
अनुराग ठाकुर ने उजागर की सांठगांठ?
पवन खेड़ा ने 14 अगस्त, 2025 को एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा कि बीजेपी सांसद अनुराग ठाकुर ने अपनी प्रेस कॉन्फ्रेंस में 6 लोकसभा सीटों की इलेक्ट्रॉनिक वोटर लिस्ट का डेटा महज 6 दिनों में हासिल कर लिया, जबकि कांग्रेस को बेंगलुरु सेंट्रल के महादेवापुरा विधानसभा क्षेत्र का डेटा जुटाने में 6 महीने लगे। खेड़ा ने सवाल उठाया, “अगर यह सांठगांठ नहीं है, तो क्या है? अनुराग ठाकुर को इतनी जल्दी डेटा कैसे मिल गया, जबकि विपक्ष को यह नहीं दिया जाता?”
वाराणसी की वोटर लिस्ट पर सवाल
कांग्रेस ने दावा किया कि वाराणसी में फर्जी वोटर लिस्ट के आधार पर PM नरेंद्र मोदी की जीत हुई। खेड़ा ने कहा, “काउंटिंग के दिन मोदी हार रहे थे, लेकिन फर्जी वोटरों का ‘बूस्टर डोज’ मिलने के बाद वह जीत की ओर बढ़ गए। अगर वाराणसी की इलेक्ट्रॉनिक वोटर लिस्ट सार्वजनिक हो जाए, तो हम साबित कर देंगे कि मोदी ने फर्जी तरीके से PM की कुर्सी हासिल की। उन्होंने कहा कि मोदी वाराणसी से चुनाव हार रहे थे। माँ गंगा ने उनका इलाज कर दिया था, लेकिन फर्जी वोटर्स का एक बूस्टर डोज मिल गया। इस बीच मोदी के खिलाफ खड़े हुए कांग्रेस नेता अजय राय ने कहा है कि पूरे उत्तर प्रदेश के सभी जिलों में ‘वोट चोरी के खिलाफ, वोट चोर गद्दी छोड़’ मशाल जुलूस का आज आयोजन है। उन्होंने आह्वान किया कि, आओ, लोकतंत्र बचाने की इस लड़ाई को मजबूती से आगे बढ़ाएं और हर जिले में जनता की आवाज़ बुलंद करें।
चुनाव आयोग पर पक्षपात का आरोप
कांग्रेस ने चुनाव आयोग पर पक्षपात का आरोप लगाते हुए कहा कि राहुल गांधी की 7 अगस्त की प्रेस कॉन्फ्रेंस के कुछ ही घंटों बाद उन्हें नोटिस भेजा गया, लेकिन अनुराग ठाकुर को 24 घंटे बाद भी कोई नोटिस नहीं मिला। खेड़ा ने पूछा, “चुनाव आयुक्त ज्ञानेश कुमार कहां हैं? क्या यह पक्षपात नहीं दर्शाता?” उन्होंने यह भी मांग की कि ठाकुर द्वारा पेश किए गए “आपराधिक सबूत” विपक्ष को सौंपे जाएं।
तेजस्वी यादव का समर्थन
राजद नेता तेजस्वी यादव ने भी इस मुद्दे पर कांग्रेस का समर्थन किया। उन्होंने ट्वीट किया, “PM मोदी का कोई करिश्मा नहीं है। वह चुनाव आयोग जैसे संवैधानिक संस्थानों के बल पर जीत रहे हैं। 2020 के बिहार विधानसभा चुनाव में हमें 12,756 वोटों से 10 सीटें हराई गईं। महाराष्ट्र, हरियाणा और मध्य प्रदेश में भी यही हुआ।”
सोशल मीडिया पर ‘वोट चोर’ का नारा
सोशल मीडिया पर इस मुद्दे ने तूल पकड़ लिया है, जहां यूजर्स “वोट चोर, गद्दी छोड़” का नारा ट्रेंड कर रहे हैं। कुछ पोस्ट्स में लिखा गया, “अनुराग ठाकुर ने बीजेपी की पोल खोल दी। अब सच सामने आएगा।” जबकि, बीजेपी समर्थकों ने इसे कांग्रेस की हताशा करार दिया।
राहुल गांधी की ‘वोटर अधिकार यात्रा’
नेता विपक्ष राहुल गांधी ने इस मुद्दे को और तेज करते हुए 17 अगस्त से बिहार में ‘वोटर अधिकार यात्रा’ शुरू करने की घोषणा की है। उन्होंने इसे “लोकतंत्र, संविधान और ‘एक व्यक्ति, एक वोट’ की रक्षा का संग्राम” बताया। राहुल ने कहा, “हम पूरे देश में स्वच्छ मतदाता सूची बनवाकर रहेंगे। यह जनांदोलन है, और हर नागरिक को इसमें शामिल होना चाहिए।”
कांग्रेस का यह आरोप कि 2024 लोकसभा चुनाव फर्जी वोटर लिस्ट के आधार पर हुआ, भारतीय राजनीति में भूचाल ला सकता है। वाराणसी की वोटर लिस्ट और चुनाव आयोग की भूमिका पर सवालों ने इस विवाद को और गहरा दिया है। राहुल गांधी की ‘वोटर अधिकार यात्रा’ और बीजेपी की प्रतिक्रिया पर अब सबकी नजरें टिकी हैं।