नई दिल्ली
8 अगस्त 2025
दिल्ली के निजामुद्दीन क्षेत्र में गुरुवार देर रात बॉलीवुड अभिनेत्री हुमा कुरैशी के चचेरे भाई की बेरहमी से हत्या ने पूरे इलाके और सोशल मीडिया को झकझोर कर रख दिया है। मृतक की पहचान 45 वर्षीय आसिफ कुरैशी के रूप में हुई है, जो जंगपुरा भोगल लेन में रहते थे। घटना का कारण एक बेहद मामूली-सा पार्किंग विवाद बताया जा रहा है, लेकिन इस छोटे-से मुद्दे ने देखते ही देखते खूनखराबे का रूप ले लिया। पुलिस के अनुसार, विवाद तब शुरू हुआ जब आसिफ ने देखा कि पड़ोस में रहने वाले युवकों ने उनकी घर के प्रवेश द्वार के सामने अपना दोपहिया वाहन खड़ा कर दिया था। आसिफ ने उनसे शांति से गाड़ी हटाने को कहा, लेकिन इसके जवाब में आरोपियों ने पहले उनसे बदतमीजी की, गाली-गलौच की और फिर धारदार हथियार से उन पर हमला कर दिया।
हमले में गंभीर रूप से घायल आसिफ को तुरंत नजदीकी अस्पताल ले जाया गया, लेकिन डॉक्टरों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया। अस्पताल सूत्रों के अनुसार, आसिफ के सीने और पेट में गहरे घाव थे, जो हमले की गंभीरता को दिखाते हैं। पुलिस ने मामले में तत्परता दिखाते हुए दो आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है और उनके खिलाफ हत्या की धारा में मामला दर्ज किया गया है। फिलहाल दोनों से पूछताछ जारी है ताकि यह पता लगाया जा सके कि यह विवाद महज़ एक रात का गुस्सा था या इसके पीछे कोई पुरानी रंजिश भी छिपी हुई थी।
घटना के बाद से जंगपुरा और भोगल लेन के स्थानीय लोग सदमे में हैं। पड़ोसियों का कहना है कि आसिफ शांत और मददगार स्वभाव के व्यक्ति थे, जिनकी किसी से कोई निजी दुश्मनी नहीं थी। इस हत्या ने न केवल परिवार को गहरे शोक में डाल दिया है, बल्कि लोगों के बीच यह चिंता भी बढ़ा दी है कि कैसे छोटी-सी बहस और असहमति हिंसा और खूनखराबे में बदल सकती है। खासतौर पर महानगरों में पार्किंग जैसे मुद्दे अब लगातार झगड़ों और अपराधों की जड़ बनते जा रहे हैं।
सोशल मीडिया पर भी इस घटना को लेकर गुस्सा और दुख दोनों झलक रहा है। कई यूजर्स ने इसे ‘असहिष्णुता और गुस्से की संस्कृति’ का उदाहरण बताया, जो आज समाज में खतरनाक रूप से बढ़ रही है। वहीं, बॉलीवुड जगत से जुड़े कई लोगों ने भी घटना पर हैरानी और दुख जताया है। हालांकि हुमा कुरैशी ने अब तक इस मामले पर कोई सार्वजनिक बयान नहीं दिया है, लेकिन सूत्रों का कहना है कि वह इस हादसे से बेहद दुखी और स्तब्ध हैं।
पुलिस का कहना है कि आगे की जांच में आरोपियों के बयान, सीसीटीवी फुटेज और स्थानीय गवाहों के बयानों के आधार पर चार्जशीट तैयार की जाएगी। साथ ही, इलाके में गश्त और सुरक्षा व्यवस्था को और कड़ा करने के निर्देश दिए गए हैं ताकि इस तरह की घटनाओं की पुनरावृत्ति रोकी जा सके। यह घटना इस बात का कड़ा सबक है कि गुस्से और हिंसा का रास्ता अपनाने से पहले हमें संवाद और शांति का रास्ता चुनना चाहिए, क्योंकि एक पल की उत्तेजना कई जिंदगियां तबाह कर सकती है।