नई दिल्ली 20 सितंबर 2025
यूरोप के कई बड़े एयरपोर्ट्स पर अचानक हुए साइबर अटैक ने यात्रियों की परेशानी को बढ़ा दिया है। इस हमले के चलते चेक-इन और बोर्डिंग प्रक्रियाओं में भारी बाधा उत्पन्न हुई, जिससे फ्लाइट संचालन प्रभावित हुआ और यात्रियों को लंबी कतारों और अनिश्चितता का सामना करना पड़ा।
तकनीकी गड़बड़ी से ठप हुआ सिस्टम
सूत्रों के अनुसार, साइबर हमले के कारण एयरपोर्ट्स की तकनीकी प्रणाली पूरी तरह प्रभावित हो गई। यात्रियों का डेटा अपलोड और वेरिफिकेशन कार्य रुक गया, जिसके चलते सुरक्षा जांच और बोर्डिंग में देर हुई। कई उड़ानों को समय पर प्रस्थान नहीं मिल सका और कुछ को अस्थायी रूप से रोकना पड़ा।
यात्रियों को झेलनी पड़ी दिक्कतें
इस अप्रत्याशित घटना से सबसे ज़्यादा प्रभावित आम यात्री हुए। एयरपोर्ट पर अफरा-तफरी का माहौल रहा और कई परिवारों, बिज़नेस ट्रैवलर्स और छात्रों को घंटों इंतजार करना पड़ा। यात्रियों ने सोशल मीडिया पर अपनी नाराज़गी और चिंता जाहिर करते हुए कहा कि एयरपोर्ट प्रबंधन और सरकार को ऐसे हमलों से सुरक्षा सुनिश्चित करनी चाहिए।
एयर इंडिया ने जारी की गाइडलाइन
भारत से यूरोप यात्रा करने वाले यात्रियों के लिए एयर इंडिया ने विशेष गाइडलाइन जारी की है। एयरलाइन ने यात्रियों से अनुरोध किया है कि वे समय से पहले एयरपोर्ट पहुंचें और यात्रा संबंधी सभी ज़रूरी कागज़ात अपने पास रखें। साथ ही एयर इंडिया ने कहा है कि जिन यात्रियों की उड़ानें प्रभावित हुई हैं, उन्हें वैकल्पिक विकल्प उपलब्ध कराने की पूरी कोशिश की जाएगी।
सुरक्षा एजेंसियां अलर्ट पर
यूरोपीय साइबर सुरक्षा एजेंसियों ने इस घटना की जांच शुरू कर दी है। यह पता लगाने की कोशिश हो रही है कि साइबर हमला किन हैकर्स ने और किस मकसद से किया। सुरक्षा विशेषज्ञों का मानना है कि इस तरह का हमला न सिर्फ एयरपोर्ट्स की सुरक्षा प्रणाली पर सवाल खड़ा करता है, बल्कि यह राष्ट्रीय सुरक्षा के लिए भी खतरे की घंटी है। यह घटना एक बार फिर साबित करती है कि डिजिटल युग में साइबर सुरक्षा सिर्फ कॉर्पोरेट्स ही नहीं, बल्कि सार्वजनिक ढांचे और यात्रियों की सुविधा के लिए भी बेहद अहम है।