नई दिल्ली, 12 सितंबर 2025
कांग्रेस सांसद राहुल गांधी की सुरक्षा को लेकर नया विवाद खड़ा हो गया है। केंद्रीय रिज़र्व पुलिस बल (CRPF) ने राहुल गांधी की सुरक्षा व्यवस्था को लेकर एक पत्र जारी किया है, जिसमें उनकी सुरक्षा प्रोटोकॉल के उल्लंघन पर चिंता जताई गई है। इस पत्र के सामने आते ही कांग्रेस ने सरकार और एजेंसियों पर हमला बोल दिया है।
CRPF ने क्या कहा?
सूत्रों के अनुसार, CRPF ने पत्र में साफ लिखा है कि कई बार राहुल गांधी सुरक्षा मानकों का पालन नहीं करते। उनके रोड शो, पदयात्राओं और आम सभाओं में बिना पूर्व अनुमति भीड़ से घिर जाना और सुरक्षाकर्मियों से दूर हो जाना सुरक्षा जोखिम को बढ़ाता है। एजेंसी ने यह भी संकेत दिया कि इस तरह की लापरवाही से उनकी जान को खतरा हो सकता है।
कांग्रेस क्यों हुई नाराज़?
कांग्रेस ने इस पत्र को लेकर सरकार पर निशाना साधा। पार्टी का कहना है कि राहुल गांधी की सुरक्षा का मुद्दा राजनीतिक बनाया जा रहा है। कांग्रेस प्रवक्ताओं ने आरोप लगाया कि CRPF का यह पत्र दबाव में लिखा गया है और असलियत यह है कि केंद्र सरकार राहुल गांधी को पर्याप्त सुरक्षा नहीं दे रही।
विपक्ष का तर्क
कांग्रेस नेताओं का कहना है कि राहुल गांधी की सुरक्षा में पहले भी कई खामियाँ सामने आ चुकी हैं। यहां तक कि कुछ मौकों पर सुरक्षा घेरे में अनजान लोग घुस गए थे। पार्टी का आरोप है कि सरकार राजनीतिक प्रतिशोध में राहुल गांधी की सुरक्षा से समझौता कर रही है।
सत्ता पक्ष की दलील
भाजपा नेताओं ने कांग्रेस के आरोपों को बेबुनियाद बताया। उनका कहना है कि राहुल गांधी को SPG हटने के बाद Z+ श्रेणी की सुरक्षा दी गई है, जिसमें CRPF की टुकड़ियाँ लगातार तैनात रहती हैं। भाजपा प्रवक्ताओं का कहना है कि अगर राहुल गांधी खुद सुरक्षा प्रोटोकॉल तोड़ते हैं तो इसके लिए सरकार या एजेंसियों को दोषी ठहराना उचित नहीं है।
सियासत गरमाई
CRPF का पत्र और कांग्रेस की प्रतिक्रिया ने सुरक्षा के इस मुद्दे को सियासी रंग दे दिया है। जहां कांग्रेस इसे “राजनीतिक बदले” से जोड़ रही है, वहीं भाजपा इसे “जानबूझकर सुरक्षा मानकों के उल्लंघन” का मामला बता रही है। नतीजतन, राहुल गांधी की सुरक्षा एक बार फिर राष्ट्रीय राजनीति का बड़ा मुद्दा बन गई है।