वाशिंगटन 6 सितम्बर 2025
अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने एक तगड़ा कार्यकारी आदेश जारी कर उन देशों को चेतावनी दी है जो अमेरिका के नागरिकों को बिना न्यायिक प्रक्रिया के कैद करते हैं। इस आदेश के तहत, ऐसे देशों के खिलाफ सख्त आर्थिक और कूटनीतिक प्रतिबंध लगाए जाएंगे, जिससे अमेरिका अपने नागरिकों की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए कड़ा रुख अपना रहा है। ट्रंप प्रशासन ने स्पष्ट किया है कि अमेरिकी नागरिकों की गलत कैद को अब बर्दाश्त नहीं किया जाएगा और जो भी देश इस सीमा का उल्लंघन करेगा, उसे भारी कीमत चुकानी पड़ेगी।
यह आदेश विशेष रूप से उन देशों पर केंद्रित है जहां अमेरिकी नागरिक राजनीतिक या अन्य कारणों से गलत तरीके से बंदी बनाए जाते हैं, जिससे संयुक्त राज्य अमेरिका की संप्रभुता और मानवाधिकारों का उल्लंघन होता है। ट्रंप ने कहा कि अमेरिका अपनी सैन्य और आर्थिक ताकत का इस्तेमाल करके ऐसे अत्याचारों को रोकने के लिए हर संभव कदम उठाएगा। यह कदम अमेरिकी विदेश नीति में एक नया कठोर आयाम जोड़ता है और दुनिया को स्पष्ट संकेत देता है कि अमेरिकी नागरिकों की रक्षा अमेरिकी सरकार की सर्वोच्च प्राथमिकता है।
विशेषज्ञ इस आदेश को ट्रंप प्रशासन की विदेश नीति में कड़ा रुख और देशभक्ति की नीति के रूप में देख रहे हैं। इसका उद्देश्य न केवल अमेरिकी नागरिकों को सुरक्षित रखना है, बल्कि उन देशों को भी रोकना है जो अपने नागरिकों की मानवाधिकार हनन पर आंखें बंद रखते हैं। इसके साथ ही यह आदेश अमेरिकी वैश्विक प्रभाव को मजबूत करने और अन्य राष्ट्रों को नियमों का पालन कराने में महत्वपूर्ण भूमिका निभा सकता है। ट्रंप प्रशासन ने यह साफ कर दिया है कि अब वह दुनिया के मामलों में मुँह बंद करके नहीं बैठेगा, बल्कि अमेरिका और उसके नागरिकों के हितों की रक्षा के लिए कार्रवाई करेगा।