नई दिल्ली, 9 अक्टूबर 2025
कांग्रेस केंद्रीय चुनाव समिति (CEC) की अहम बैठक में बिहार विधानसभा चुनाव को लेकर देर रात तक गहन मंथन चला। बैठक में दोनों चरणों की लगभग 60 से ज्यादा सीटों पर चर्चा की गई, जिसमें दो दर्जन से अधिक सीटों पर उम्मीदवारों के नाम पर सहमति बन चुकी है। इनमें कुछ सिटिंग सीटें भी शामिल हैं। इसके अलावा करीब 25 और सीटों पर भी प्रारंभिक सहमति बन गई है, हालांकि अंतिम मुहर स्क्रीनिंग कमिटी के चेयरमैन अजय माकन, प्रभारी, प्रदेश अध्यक्ष, और विधायक दल के नेता मिलकर लगाएंगे।
सूत्रों के मुताबिक, बैठक में सभी नेता पुत्रों के नामों पर भी विस्तार से चर्चा हुई, लेकिन इन पर अंतिम फैसला फिलहाल होल्ड पर रखा गया है। पार्टी नेतृत्व का मानना है कि टिकट वितरण में “मैसेजिंग” और “ग्राउंड इक्वेशन” दोनों का ध्यान रखा जाएगा ताकि गलत संकेत न जाए।
महागठबंधन के अंदर सीट शेयरिंग पर औपचारिक घोषणा या अंतिम सहमति बनने का इंतजार किया जा रहा है। कांग्रेस ने साफ किया है कि अपनी प्रत्याशियों की लिस्ट वह तभी जारी करेगी जब गठबंधन की सीटों का बंटवारा तय हो जाएगा।
हालांकि, कांग्रेस और राजद के बीच कुछ प्रमुख सीटों पर अब भी सहमति नहीं बन पाई है, जिनमें सबसे चर्चित नाम कहलगांव का है। राजद इस सीट से पूर्व मंत्री मनोज कुमार के बेटे को मैदान में उतारना चाहती है, जबकि कांग्रेस यह सीट छोड़ने को तैयार नहीं है और अपने पुराने आधार को बनाए रखना चाहती है।
वहीं, महागठबंधन में मुकेश सहनी की पार्टी को मिलने वाली सीटों की संख्या तय करने की जिम्मेदारी राजद नेतृत्व पर छोड़ी गई है। कांग्रेस ने स्पष्ट किया है कि इस मामले से उसका कोई लेना-देना नहीं है।
महत्वपूर्ण बात यह है कि कांग्रेस इस बार पिछली बार की तुलना में 6 से 8 सीटें कम लेकर गठबंधन धर्म निभाने को तैयार है। पार्टी सूत्रों के अनुसार, “त्याग से तालमेल मजबूत होता है” — इसी संदेश के साथ कांग्रेस अपनी लिस्ट को अंतिम रूप देने की प्रक्रिया में है।
संकेत साफ हैं:
- पहले चरण की सीटों पर घोषणा जल्द संभव।
- दूसरी सूची महागठबंधन की सहमति के बाद।
- कुछ हाई-प्रोफाइल टिकट अब भी वेट एंड वॉच मोड में। 4. कांग्रेस ने अपनी रणनीति स्पष्ट कर दी है — पहले एकता, फिर घोषणा।