अहमदाबाद 16 अक्टूबर 2025
अहमदाबाद बनेगा एशिया का नया स्पोर्ट्स कैपिटल
भारत के लिए एक ऐतिहासिक क्षण सामने आया है। 2030 के कॉमनवेल्थ गेम्स (CWG 2030) की मेज़बानी के लिए अहमदाबाद का नाम सामने आया है। कॉमनवेल्थ गेम्स के कार्यकारी बोर्ड ने अहमदाबाद को मेज़बान शहर के रूप में औपचारिक सिफारिश कर दी है। अब अंतिम मंजूरी कॉमनवेल्थ महासंघ (Commonwealth Federation) की अगली आमसभा में दी जाएगी। अगर यह मंजूरी मिल जाती है, तो भारत 28 साल बाद फिर से कॉमनवेल्थ गेम्स की मेज़बानी करेगा।
200 से अधिक इवेंट, 70 देशों के खिलाड़ी और 10 लाख से ज़्यादा दर्शक
2030 के इन खेलों में 70 से अधिक देशों के करीब 6000 खिलाड़ी भाग लेंगे। खेलों की तैयारी के लिए अहमदाबाद में सरदार वल्लभभाई पटेल स्पोर्ट्स कॉम्प्लेक्स को मुख्य केंद्र बनाया जाएगा। साथ ही, मोटेरा के नरेंद्र मोदी स्टेडियम को उद्घाटन और समापन समारोह का स्थल माना जा रहा है। अनुमान है कि इस आयोजन के दौरान 10 लाख से अधिक देशी-विदेशी दर्शक शहर में आएंगे, जिससे स्थानीय अर्थव्यवस्था, पर्यटन और रोजगार को बड़ा लाभ मिलेगा।
इंफ्रास्ट्रक्चर और “न्यू इंडिया” का प्रदर्शन मंच बनेगा अहमदाबाद
अहमदाबाद को चुने जाने के पीछे सबसे बड़ा कारण है — इसका विश्वस्तरीय इंफ्रास्ट्रक्चर, मजबूत ट्रांसपोर्ट नेटवर्क और अंतरराष्ट्रीय स्तर की खेल सुविधाएं। शहर पहले ही G20, Vibrant Gujarat और कई वैश्विक आयोजनों का सफल मेज़बान रह चुका है। अब “CWG 2030” के ज़रिए भारत ‘न्यू इंडिया’ का स्पोर्ट्स फेस दुनिया के सामने पेश करेगा। सरकार इस आयोजन को ‘ग्रीन और टेक्नोलॉजी-ड्रिवन गेम्स’ के रूप में विकसित करने की योजना बना रही है — जहां AI आधारित स्कोरिंग सिस्टम, सोलर पावर स्टेडियम और डिजिटल टिकटिंग को प्राथमिकता दी जाएगी।
भारत की बढ़ती वैश्विक साख और खेलों में नई पहचान
यह सिफारिश भारत के लिए सिर्फ खेलों तक सीमित नहीं, बल्कि वैश्विक प्रतिष्ठा का प्रतीक है। 1958, 1966 और 2010 के बाद अब 2030 में भारत एक बार फिर कॉमनवेल्थ इतिहास लिखने जा रहा है। विशेषज्ञों के मुताबिक, यह फैसला भारत की राजनयिक और खेल क्षमता दोनों की मान्यता है। हाल के वर्षों में ओलंपिक, एशियन और यूनिवर्सिटी गेम्स में भारतीय खिलाड़ियों के शानदार प्रदर्शन ने देश को एक मजबूत स्पोर्ट्स नेशन के रूप में स्थापित किया है।
देशभर में जश्न, प्रधानमंत्री मोदी को श्रेय
अहमदाबाद को लेकर हुई सिफारिश के बाद देशभर में खुशी की लहर दौड़ गई है। खेल मंत्रालय, गुजरात सरकार और भारतीय ओलंपिक संघ ने इस उपलब्धि पर बधाई दी है। खेल प्रेमियों और एथलीटों ने कहा कि “यह प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की दूरदृष्टि और गुजरात मॉडल का नतीजा है, जिसने भारत को एक बार फिर वैश्विक खेल नक्शे पर स्थापित किया।”
भारत के लिए गर्व और जिम्मेदारी दोनों
अगर अंतिम मंजूरी मिलती है, तो 2030 में अहमदाबाद सिर्फ खेलों का नहीं, बल्कि विश्व एकता, भाईचारे और नई पीढ़ी की प्रेरणा का केंद्र बनेगा। कॉमनवेल्थ गेम्स 2030 भारत के लिए सिर्फ मेज़बानी नहीं, बल्कि एक नई शुरुआत होगी — जिसमें हर खिलाड़ी, हर नागरिक और हर दर्शक कहेगा — “भारत, खेल और गौरव — सब एक ही मैदान पर!”