बोगोटा, 11 अगस्त 2025
कोलंबिया में अगले वर्ष होने वाले राष्ट्रपति चुनाव के एक प्रमुख दावेदार और सीनेटर मिगेल उरीबे तुर्बे का सोमवार को निधन हो गया। वह पिछले दो महीने से मौत और जिंदगी के बीच संघर्ष कर रहे थे। 7 जून को राजधानी बोगोटा में एक चुनावी रैली के दौरान उन पर नजदीक से गोली चलाई गई थी। हमलावर ने उनके सिर में दो और घुटने में एक गोली मारी थी। गंभीर हालत में उन्हें तुरंत अस्पताल ले जाया गया, जहां आपातकालीन सर्जरी और गहन देखभाल के बावजूद उनकी स्थिति में सुधार नहीं हो सका। सोमवार सुबह, लगातार बिगड़ती हालत के बीच, उन्होंने अंतिम सांस ली।
हमले के तुरंत बाद पुलिस ने एक 15 वर्षीय किशोर को संदिग्ध के तौर पर गिरफ्तार किया था। जांच में आगे बढ़ते हुए जुलाई में कथित मास्टरमाइंड एल्डर जोस आर्टेगा हर्नान्देज़ उर्फ़ “चिपी” या “कोस्तेन्यो” को भी हिरासत में लिया गया। अधिकारियों का कहना है कि यह हमला एक सोची-समझी साजिश का हिस्सा था, जिसमें आपराधिक गिरोहों का हाथ हो सकता है। हालांकि, अभी तक यह स्पष्ट नहीं है कि इसके पीछे सीधा राजनीतिक मकसद था या किसी और निजी या आपराधिक रंजिश का परिणाम।
मिगेल उरीबे तुर्बे एक प्रभावशाली राजनीतिक परिवार से थे। उनके दादा जूलियो सीज़र तुर्बे आयाला 1978 से 1982 तक कोलंबिया के राष्ट्रपति रहे, जबकि उनकी मां डायना तुर्बे, जो एक वरिष्ठ पत्रकार थीं, का 1991 में मेडेलिन कार्टेल ने अपहरण कर हत्या कर दी थी। इस पारिवारिक पृष्ठभूमि ने उन्हें न केवल राजनीति में प्रवेश के लिए प्रेरित किया, बल्कि संगठित अपराध और राजनीतिक हिंसा की जमीनी सच्चाइयों से भी परिचित कराया। उनका राजनीतिक करियर बोगोटा के पार्षद पद से शुरू होकर सीनेटर बनने तक पहुंचा, और इस वर्ष वे राष्ट्रपति पद की दौड़ में शामिल हुए थे।
उनकी मौत ने कोलंबिया में राजनीतिक हिंसा और नेताओं की सुरक्षा पर गंभीर सवाल खड़े कर दिए हैं। पिछले कुछ वर्षों में देश में कई राजनेता हमलों का शिकार हुए हैं, जिससे लोकतांत्रिक प्रक्रिया पर खतरा मंडराने लगा है। उरीबे तुर्बे की हत्या ने देश और विदेश में व्यापक आक्रोश पैदा कर दिया है। अमेरिका, यूरोपीय संघ और कई लैटिन अमेरिकी देशों ने इस हत्या की कड़ी निंदा की है और कोलंबियाई सरकार से अपराधियों को कड़ी सजा देने की मांग की है।
बोगोटा में सोमवार शाम हजारों लोग मोमबत्ती जलाकर और कैंडल मार्च निकालकर उन्हें श्रद्धांजलि देंगे। राष्ट्रपति गुस्तावो पेत्रो ने एक आधिकारिक बयान में कहा कि “यह हत्या सिर्फ एक व्यक्ति पर नहीं, बल्कि हमारे लोकतंत्र पर सीधा हमला है।” उन्होंने वादा किया कि हमले में शामिल हर व्यक्ति को न्याय के कटघरे में लाया जाएगा और देश में राजनीतिक अभियानों की सुरक्षा को सर्वोच्च प्राथमिकता दी जाएगी।