नई दिल्ली 11 अगस्त 2025
राज्यसभा सांसद और शिवसेना (उद्धव ठाकरे गुट) के नेता संजय राउत ने उपराष्ट्रपति एवं राज्यसभा के सभापति जगदीप धनखड़ के ‘लापता’ होने और उनकी जान को खतरा होने की आशंका जताते हुए केंद्र सरकार से तत्काल हस्तक्षेप की मांग की है। राउत ने सोमवार को केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह को एक औपचारिक पत्र लिखकर इस मुद्दे पर गंभीर चिंता व्यक्त की और पूछा कि “आखिर देश के उपराष्ट्रपति कहां हैं और उनकी सुरक्षा को लेकर सरकार क्या कर रही है?” उन्होंने दावा किया कि वे इस मामले को सुप्रीम कोर्ट में भी उठाने जा रहे हैं।
राउत के अनुसार, धनखड़ कई दिनों से सार्वजनिक रूप से दिखाई नहीं दिए हैं और न ही उनकी कोई आधिकारिक गतिविधि की सूचना आई है। उन्होंने अपने पत्र में लिखा कि “अगर देश के उपराष्ट्रपति सुरक्षित नहीं हैं, तो आम नागरिकों की सुरक्षा की कल्पना भी नहीं की जा सकती।” उन्होंने गृह मंत्री से अनुरोध किया कि इस मामले की तत्काल जांच कराई जाए और धनखड़ की सुरक्षा को लेकर स्पष्ट जानकारी दी जाए।
संजय राउत ने अपने बयान में यह भी आरोप लगाया कि देश में लोकतांत्रिक संस्थाओं और संवैधानिक पदों के सम्मान पर खतरा मंडरा रहा है। उन्होंने कहा, “यह सिर्फ एक व्यक्ति की सुरक्षा का मामला नहीं है, बल्कि यह पूरे संवैधानिक तंत्र की सुरक्षा से जुड़ा मुद्दा है। अगर संवैधानिक पद पर बैठे व्यक्ति के साथ ऐसा हो सकता है तो बाकी का क्या होगा?” राउत ने दावा किया कि वे इस मुद्दे पर जल्द ही सुप्रीम कोर्ट में याचिका दाखिल करेंगे, ताकि न्यायपालिका से इस मामले पर स्वतंत्र जांच का आदेश मिल सके।
यह घटनाक्रम ऐसे समय में सामने आया है जब विपक्ष और सत्ता पक्ष के बीच संसद में तीखा टकराव जारी है। राउत के आरोपों पर अभी तक उपराष्ट्रपति कार्यालय या केंद्र सरकार की ओर से कोई आधिकारिक प्रतिक्रिया नहीं आई है। हालांकि, राजनीतिक हलकों में यह चर्चा तेज है कि राउत के इस बयान के पीछे सियासी रणनीति भी हो सकती है, क्योंकि हाल के दिनों में उन्होंने केंद्र सरकार और गृह मंत्री पर कई बार निशाना साधा है।
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