Home » Kerala

Kerala

abcnationalnews

केरल धर्म यात्रा: सबरीमला से मंजेश्वरम् तक आस्था का मार्ग

तिरुवनंतपुरम, केरल 9 अगस्त 2025 केरल का इंटरफेथ स्पिरिचुअल सर्किट — जब श्रद्धा बन जाती है साझा संस्कृति की संजीवनी…. केरल को अगर किसी एक शब्द में समझना हो, तो वह है — सह-अस्तित्व। यह भूमि न केवल हरियाली और जैव विविधता के लिए प्रसिद्ध है, बल्कि यहाँ की आध्यात्मिक विविधता और धार्मिक सहिष्णुता भी

abcnationalnews

केरल ग्रीन हाईवे: हरियाली भरा अनुभवों का सफर

तिरुवनंतपुरम से कासरगोड तक 8 अगस्त 2025 यात्रा केवल मंज़िल पाने का नाम नहीं है — वह रास्ते में रुकने, देखने, सीखने और महसूस करने का अवसर भी है। और अगर बात केरल की हो, तो यहाँ की सड़कें सिर्फ यातायात मार्ग नहीं, बल्कि चलती-फिरती जीवंत तस्वीरें हैं — हरियाली, संस्कृति, स्वाद और सुकून से

abcnationalnews

केरल की संस्कृति: लोककला, संगीत और परिधान में सजी यात्रा

तिरुवनंतपुरम, केरल 7 अगस्त 2025 अगर यात्रा केवल स्थल तक सीमित हो, तो वह सतही अनुभव बन जाती है। लेकिन जब यात्रा किसी राज्य की आत्मा से, उसकी लोक-धुनों से, उसकी रंग-बिरंगी पोशाकों से और उसकी जीवंत कलाओं से जुड़ती है — तब वह एक गहन, बहुआयामी सांस्कृतिक संवाद बन जाती है। केरल की यही

abcnationalnews

केरल के गाँव: ज़मीन से जुड़ी संवेदना और विकास की यात्रा

तिरुवनंतपुरम, केरल 6 अगस्त 2025 जब पूरी दुनिया पर्यटन को केवल लग्ज़री और दर्शनीय स्थलों की सीमाओं में बाँधने में लगी है, तब केरल ने एक नई दिशा दी है — एक ऐसा पर्यटन मॉडल जिसमें स्थानीय लोगों की भागीदारी, संस्कृति की रक्षा, और पर्यावरण की संवेदना का अनूठा समन्वय है। इसे नाम दिया गया

abcnationalnews

केरल के त्योहार: संस्कृति से सजी यात्राओं का उत्सव

तिरुवनंतपुरम, केरल 5 अगस्त 2025 भारत में यात्रा सिर्फ स्थल की खोज नहीं होती, वह संवेदनाओं, संस्कृति और समुदाय से मिलने का माध्यम भी होती है। और जब बात केरल की हो, तो यह प्रदेश अपने प्राकृतिक सौंदर्य के साथ-साथ एक और अमूल्य धरोहर समेटे हुए है — त्योहारों की समावेशी, जीवंत और सजीव परंपरा।

abcnationalnews

कोवलम-वर्कला: योग, सूर्य और समुद्र का संगम

तिरुवनंतपुरम, केरल 4 अगस्त 2025 जब भी कोई यात्री भारत में समुंदर के किनारे शांति, स्वास्थ्य और आत्मिक ऊर्जा की तलाश करता है — तो उसकी यात्रा अनायास ही कोवलम और वर्कला जैसे तटों की ओर बढ़ती है। इन दोनों स्थानों ने 2025 तक अपने पारंपरिक सौंदर्य को सहेजते हुए खुद को वेलनेस टूरिज़्म, योग

abcnationalnews

मुन्नार: चाय की घाटियों में बसता सुकून और शांति

मुन्नार, केरल 3 अगस्त 2025 अगर केरल की यात्रा को एक शांत, शीतल और संजीवनी अनुभव का नाम देना हो, तो वह नाम होगा — मुन्नार। यह केवल एक हिल स्टेशन नहीं, बल्कि हरियाली और हिमशांति की संतुलित ध्वनि है। पश्चिमी घाट की ऊँचाइयों पर बसे इस सुंदर नगर की पहाड़ियाँ, चाय के बागानों की

abcnationalnews

अल्लेप्पी: बैकवाटर्स में बहती सुकून की कविता

अलाप्पुझा (अल्लेप्पी), केरल 2 अगस्त 2025 यदि किसी स्थान की परिभाषा को शब्दों से नहीं, बल्कि जल की लहरों, नारियल के झुरमुटों, धीमे बहते नौकाओं और झील पर गिरती धूप की रोशनी से किया जाए — तो वह स्थान निस्संदेह अल्लेप्पी है। केरल का यह छोटा-सा किन्तु अत्यंत प्रतिष्ठित नगर, आज भी अपने बैकवाटर अनुभव

abcnationalnews

वायनाड: केरल का हरित खजाना, प्रकृति की बोलती तस्वीर

वायनाड, केरल 1 अगस्त 2025 अगर केरल को धरती का स्वर्ग कहा जाता है, तो वायनाड उस स्वर्ग का सबसे शांत, सबसे सजीव और सबसे आत्मीय कोना है। पश्चिमी घाट की गोद में बसा यह जिला, केवल एक पर्यटन स्थल नहीं बल्कि एक प्राकृतिक ध्यान केंद्र बन चुका है — जहाँ कोई आवाज़ नहीं गूंजती,

abcnationalnews

केरल: भारत की आत्मा का जीवंत सफर

तिरुवनंतपुरम, केरल 31 जुलाई 2025 जब कोई भारत के भीतर प्राकृतिक सौंदर्य, सांस्कृतिक गहराई, स्वास्थ्य परंपराएं और आध्यात्मिक संतुलन की तलाश करता है, तो उसका मार्ग अनायास ही केरल की ओर मुड़ता है। 2025 में जब पर्यटन की परिभाषा पूरी तरह बदल रही है — अनुभवात्मक, सतत, और आत्मिक — उस समय केरल भारत का