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खेलों की भूमि हरियाणा: मिट्टी में पसीने की महक, हाथों में तिरंगा, और जीत की गौरवगाथा”

नई दिल्ली । 4 अगस्त 2025 भारत के खेल मानचित्र पर अगर किसी राज्य ने खुद को सबसे चमकदार सितारे की तरह उभारा है, तो वह है हरियाणा। मात्र 1.34% जनसंख्या और कुल क्षेत्रफल के लिहाज़ से छोटा राज्य होते हुए भी, हरियाणा ने खेलों के क्षेत्र में जो उपलब्धियां दर्ज की हैं, वे अभूतपूर्व

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हरियाणा के सारे स्कूल आज रहेंगे बंद, जानें क्या है वजह

चंडीगढ़  16 जुलाई 2025 हरियाणा सरकार ने राज्य के कुछ जिलों में सुरक्षा कारणों के चलते आज यानी 16 जुलाई को सभी स्कूल बंद रखने का आदेश दिया है। यह फैसला मुख्य रूप से नूंह, फरीदाबाद, पलवल, गुरुग्राम और आसपास के संवेदनशील इलाकों में लिया गया है, जहां ब्रज मंडल जलाभिषेक यात्रा को लेकर पिछले

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दिल्ली-एनसीआर में 4.4 तीव्रता का भूकंप, हरियाणा के झज्जर में था भूकंप का केंद्र — सुबह-सुबह दहशत में भागे लोग

 सुबह का सन्नाटा और धरती का हिलना गुरुवार सुबह जब राजधानी दिल्ली और उससे सटे एनसीआर क्षेत्रों में लोग अपने-अपने घरों, कार्यालयों और बाजार की ओर बढ़ ही रहे थे, तभी अचानक धरती ने करवट ली। लगभग सुबह 9:04 बजे एक तीव्र झटका महसूस हुआ जिसने कुछ सेकंड के लिए पूरे वातावरण को हिला दिया।

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हरियाणा: रोहतक PGIMS में ‘ऑनकोलॉजी ब्लड बैंक’ की स्थापना, कैंसर मरीजों को राहत

दिनांक: 23 जून 2025 स्थान: रोहतक, हरियाणा पंडित भगवत दयाल शर्मा स्वास्थ्य विज्ञान विश्वविद्यालय, रोहतक के PGIMS में हरियाणा का पहला समर्पित ‘ऑनकोलॉजी ब्लड बैंक’ शुरू किया गया है। इस ब्लड बैंक का उद्देश्य कैंसर मरीजों के लिए थक्का-रोधी प्लेटलेट्स और दुर्लभ रक्त समूहों की समय पर उपलब्धता सुनिश्चित करना है। निदेशक डॉ. अजय वर्मा

नीरज चोपड़ा
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नीरज चोपड़ा ने वर्ल्ड एथलेटिक्स चैंपियनशिप में सिल्वर जीता

24 जुलाई को टोक्यो ओलंपिक के गोल्ड मेडलिस्ट नीरज चोपड़ा ने अमेरिका के यूजीन शहर में आयोजित वर्ल्ड एथलेटिक्स चैंपियनशिप में रजत पदक जीता। यह इस प्रतियोगिता में भारत का पहला पुरुष सिल्वर मेडल था। उन्होंने 88.13 मीटर दूर भाला फेंका और देश का सिर गर्व से ऊंचा किया। नीरज अब विश्व स्तरीय खिलाड़ियों की

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CO₂ उत्सर्जन 7.8% घटा

2020 में, COVID-19 लॉकडाउन और आर्थिक मंदी के कारण वैश्विक कार्बन डाइऑक्साइड (CO₂) उत्सर्जन में लगभग 7.8% की ऐतिहासिक गिरावट देखी गई। यह द्वितीय विश्व युद्ध के बाद सबसे बड़ी वार्षिक गिरावट थी। हालांकि यह एक सकारात्मक पर्यावरणीय परिणाम था, वैज्ञानिकों ने चेतावनी दी कि यह एक अस्थायी गिरावट थी और इसका दीर्घकालिक जलवायु प्रभाव