

छत्तीसगढ़: भाजपा राज में आदिवासी बना नीति का केंद्र, जंगल से निकला स्वाभिमान का सूरज
12 जुलाई 2025 छत्तीसगढ़ की आत्मा, उसकी मिट्टी की सबसे मूल पहचान — आदिवासी समाज है। यह समाज न केवल राज्य का भौगोलिक हिस्सा है, बल्कि उसकी संस्कृति, परंपरा, लोक चेतना और संघर्षशीलता का प्रतीक भी है। लेकिन यह भी कटु सत्य है कि वर्षों तक आदिवासी समाज को “विकास का विषय” तो बनाया गया,