नई दिल्ली, 3 अगस्त 2025
बिहार की सियासत में उस वक्त भूचाल आ गया जब भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने राष्ट्रीय जनता दल (राजद) नेता तेजस्वी यादव पर दो-दो वोटर आईडी रखने का सनसनीखेज आरोप लगाया। मामला अब और गंभीर हो गया है क्योंकि चुनाव आयोग (EC) ने तेजस्वी यादव को नोटिस जारी कर पूरे प्रकरण पर सफाई मांगी है।
क्या है पूरा विवाद?
तेजस्वी यादव ने हाल ही में चुनाव आयोग की मतदाता सघन पुनरीक्षण (SIR) प्रक्रिया पर सवाल खड़े करते हुए EPIC नंबर RAB2916120 दिखाया और दावा किया कि उनका नाम मतदाता सूची से गायब है। उन्होंने इसे “लोकतंत्र पर हमला” करार दिया।
लेकिन भाजपा के प्रवक्ता और सांसद डॉ. संबित पात्रा ने शनिवार को प्रेस कॉन्फ्रेंस कर तेजस्वी के दावे को झूठा और भ्रामक बताया। पात्रा ने दावा किया कि तेजस्वी यादव के पास पहले से ही एक वैध वोटर आईडी है और 2020 के चुनावी हलफनामे में दर्ज वही EPIC नंबर अभी भी मतदाता सूची में मौजूद है।
भाजपा का सीधा हमला
संबित पात्रा ने कहा, “तेजस्वी यादव खुद को विक्टिम दिखा रहे हैं, जबकि असल में वह दो अलग-अलग वोटर आईडी नंबर के जरिए मतदाता सूची को गुमराह कर रहे हैं। क्या यही लोकतंत्र की रक्षा है?”
उन्होंने आगे यह भी पूछा, “जब राजद के शीर्ष नेता ही दो-दो EPIC नंबर पेश कर रहे हैं, तो क्या बूथ लूटने वालों ने भी दो-दो वोटर आईडी बनवा रखी हैं? क्या यही है महागठबंधन की लोकतंत्र के प्रति ईमानदारी?”
चुनाव आयोग का नोटिस
भाजपा की शिकायत और दस्तावेज़ी प्रमाणों के आधार पर चुनाव आयोग ने तेजस्वी यादव को नोटिस जारी किया है। आयोग ने उनसे EPIC नंबर RAB2916120 का स्पष्टीकरण और दस्तावेज़ मांगे हैं, साथ ही 48 घंटे के भीतर जवाब देने को कहा है।
राजनीतिक तापमान चढ़ा
इस पूरे घटनाक्रम ने बिहार की सियासी जमीन को गरमा दिया है। भाजपा जहां इसे चुनाव आयोग को गुमराह करने की साजिश बता रही है, वहीं राजद ने पलटवार करते हुए भाजपा पर “राजनीतिक बदले की भावना” से काम करने का आरोप लगाया है। तेजस्वी यादव ने अब तक इस पर कोई औपचारिक प्रतिक्रिया नहीं दी है।