26 जनवरी 2025 को तमिलनाडु ने चेन्नई के मरीना बीच पर पूरे जोश और गरिमा के साथ 76वां गणतंत्र दिवस मनाया। इस समारोह में राज्यपाल आर.एन. रवि ने परेड की सलामी ली, वहीं मुख्यमंत्री एम.के. स्टालिन भी उनके साथ मंच पर मौजूद रहे। दोनों नेताओं की साझा उपस्थिति ने यह स्पष्ट संदेश दिया कि लोकतंत्र में मतभेद के बावजूद संवाद और सहयोग की भावना बनी रहनी चाहिए।
मुख्यमंत्री स्टालिन ने अपने संबोधन में अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता और संवैधानिक मूल्यों को बनाए रखने की बात कही, साथ ही इस पर भी बल दिया कि नीति और त्योहार एक-दूसरे के पूरक हो सकते हैं। यह बयान खास तौर पर अहम रहा, क्योंकि हाल के महीनों में राज्य सरकार और राजभवन के बीच कुछ मुद्दों को लेकर मतभेद सामने आए थे।
इस गणतंत्र दिवस पर दोनों शीर्ष नेताओं की एकजुटता ने राज्य में लोकतांत्रिक परिपक्वता और संवैधानिक संस्थाओं के प्रति सम्मान का उदाहरण पेश किया। समारोह में रंगारंग झांकियों, पुलिस मार्च पास्ट और सांस्कृतिक प्रस्तुतियों ने भी राज्य की समृद्ध विरासत और आज की प्रगति को एक मंच पर दिखाया। यह दिन तमिलनाडु के लिए एकता, गरिमा और सहयोग का प्रतीक बन गया।