4 दिसंबर को सुप्रीम कोर्ट ने AI आधारित ‘केस लॉ सर्च’ और न्यायपूर्वानुमान टूल की पायलट टेस्टिंग शुरू की। इस पहल में एडवोकेट्स और न्यायाधीशों को समयबद्ध, विश्लेषणात्मक जानकारी मिलेगी। इससे न्याय प्रक्रिया में पारदर्शिता, सुविधा और समय की बचत संभव होगी। यह न्याय संरचना के डिजिटलीकरण की दिशा में महत्वपूर्ण कदम है।
