पटना, 19 अक्टूबर 2025
बिहार विधानसभा चुनाव से ठीक पहले सत्तारूढ़ राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (NDA) को एक बड़ा झटका लगा है। लोक जनशक्ति पार्टी (राम विलास) की उम्मीदवार सीमा सिंह का नामांकन पत्र मरहौरा विधानसभा सीट से जांच के दौरान खारिज कर दिया गया।
क्या है मामला
मरहौरा सीट से एनडीए समर्थित लोक जनशक्ति पार्टी (राम विला3स) की उम्मीदवार सीमा सिंह ने हाल ही में अपना नामांकन दाखिल किया था। शनिवार को जब चुनाव आयोग द्वारा नामांकन पत्रों की जांच की गई, तो उनके दस्तावेज़ों में कुछ त्रुटियाँ पाई गईं।
जांच अधिकारी ने इन त्रुटियों को गंभीर मानते हुए नामांकन को निरस्त कर दिया।
राजनीतिक झटका NDA को क्यों?
मरहौरा विधानसभा सीट सारण जिले की एक महत्वपूर्ण सीट मानी जाती है। यहाँ एलजेपी (राम विलास) के उम्मीदवार को मैदान में उतारकर NDA गठबंधन ने जातीय और क्षेत्रीय समीकरण साधने की कोशिश की थी।
अब सीमा सिंह का नामांकन रद्द होने के बाद गठबंधन की चुनावी रणनीति पर बड़ा असर पड़ सकता है।
विपक्ष के लिए मौका
राजद और महागठबंधन के नेताओं ने इस घटना को “एनडीए की अंदरूनी असमंजस और कुप्रबंधन” करार दिया है। वहीं राजनीतिक विश्लेषकों का मानना है कि यह सीट अब एनडीए और विपक्ष के बीच प्रतिष्ठा की लड़ाई बन गई है।
आगे की राह
सीमा सिंह को यदि कानूनी रूप से मौका मिलता है तो वे नामांकन निरस्ती के खिलाफ अपील कर सकती हैं।
एनडीए को अब या तो नया उम्मीदवार खड़ा करना होगा या रणनीति में बदलाव करना पड़ेगा।
यह घटनाक्रम NDA की एकजुटता और एलजेपी (राम विलास) की स्थिति दोनों के लिए परीक्षा की घड़ी बन गया है। मरहौरा की यह राजनीतिक हलचल अब पूरे बिहार के चुनावी परिदृश्य को गर्मा चुकी है।