न्यूयॉर्क, 1 नवंबर 2025
दुनिया में आलीशान चीज़ों की कोई कमी नहीं, लेकिन अब जो नीलामी होने जा रही है, वह कल्पना से परे है। अमेरिका में जल्द ही एक “सोने का टॉयलेट” नीलामी के लिए रखा जा रहा है, जिसकी शुरुआती कीमत ही 83 करोड़ रुपये तय की गई है। यह कोई आम टॉयलेट नहीं, बल्कि एक कलाकृति है, जो विलासिता और व्यंग्य का ऐसा मिश्रण पेश करती है जिसे देखकर हर कोई दंग रह गया है। न्यूयॉर्क के मशहूर ऑक्शन हाउस में यह नीलामी आयोजित की जाएगी और इसे देखने के लिए दुनिया भर के अरबपति, कला-प्रेमी और मीडिया संस्थान उत्सुक हैं।
यह अद्भुत “गोल्डन टॉयलेट” इटली के प्रसिद्ध समकालीन कलाकार Maurizio Cattelan की रचना है। उन्होंने इसे 2016 में पहली बार न्यूयॉर्क के Guggenheim Museum में प्रदर्शित किया था और इसका नाम रखा था — “America”। 18 कैरेट ठोस सोने से बना यह टॉयलेट उस समय चर्चा में आया था क्योंकि इसे सिर्फ कला के तौर पर नहीं, बल्कि सामाजिक व्यंग्य के रूप में देखा गया था। कलाकार का कहना था, “यह टॉयलेट अमीर और गरीब के बीच की रेखा मिटाने की कोशिश है, क्योंकि हर व्यक्ति इसे इस्तेमाल कर सकता है।” यह बयान अपने आप में पूंजीवाद, दिखावे और सामाजिक असमानता पर तीखा कटाक्ष था।
उस समय यह टॉयलेट जनता के लिए खुला था — लोग टिकट लेकर म्यूजियम जाते और कुछ मिनटों के लिए इस ‘गोल्डन सिंहासन’ का इस्तेमाल कर सकते थे। यह अनुभव सिर्फ हास्यास्पद नहीं, बल्कि यह बताने का प्रतीक था कि वैभव का असली अर्थ क्या है — उपयोग या प्रदर्शन? लेकिन 2019 में यह कीमती टॉयलेट ब्रिटेन के Blenheim Palace से रहस्यमय तरीके से चोरी हो गया। पूरे विश्व में यह खबर सनसनी बन गई थी। कई वर्षों तक यह कलाकृति लापता रही, और अब जब यह बरामद हुई है, तो एक बार फिर सुर्खियों में है क्योंकि इसे नीलामी के लिए रखा जा रहा है।
ऑक्शन हाउस के अनुसार, टॉयलेट की शुरुआती कीमत 83 करोड़ रुपये रखी गई है, लेकिन कला जगत के जानकारों का अनुमान है कि यह राशि 150 करोड़ तक पहुंच सकती है। इस टॉयलेट का वजन करीब 100 किलोग्राम है, और इसमें इस्तेमाल हुआ सोना पूरी तरह शुद्ध है। हालांकि इसकी असली कीमत सोने के वजन में नहीं, बल्कि उसकी प्रतीकात्मकता में है — यह आज की दुनिया में उपभोक्तावाद, दिखावे और अभिजात वर्ग की सोच पर करारा व्यंग्य है।
सोशल मीडिया पर इस अनोखी नीलामी को लेकर लोगों की प्रतिक्रियाएं बेहद दिलचस्प हैं। एक यूजर ने लिखा, “अब यह सोचने की बात है कि इसे सजाना है या इंसान को हल्का होना है — फैसला खरीदार का होगा।” दूसरे ने मजाक में कहा, “इतिहास में पहली बार कोई फ्लश भी करोड़ों का होगा।” वहीं कुछ लोगों ने इसे कला और पागलपन का संगम बताया, तो कुछ ने इसे अमीरी की बेअदबी कहा।
कलाकार Maurizio Cattelan पहले भी विवादों के केंद्र में रह चुके हैं। उन्होंने एक बार एक केले को दीवार पर टेप करके लाखों डॉलर में बेचा था, जिसे उन्होंने “जीवन का स्वाद” बताया था। उनके अनुसार, कला का उद्देश्य लोगों को सोचने पर मजबूर करना है — और इस सोने के टॉयलेट से उन्होंने वही किया है। यह टॉयलेट सिर्फ दिखावे की चीज नहीं, बल्कि पूंजीवादी समाज की मानसिकता पर सवाल खड़ा करने वाली कलाकृति है।
अब पूरी दुनिया की नजर इस बात पर टिकी है कि आखिर यह सोने का टॉयलेट किसकी झोली में जाता है। क्या यह किसी अरबपति के आलीशान बाथरूम में सजेगा या फिर किसी अंतरराष्ट्रीय संग्रहालय में रखकर आने वाली पीढ़ियों को यह संदेश देगा कि “कभी-कभी सबसे बड़ा वैभव वही होता है जिसमें व्यंग्य छिपा हो”? इतना तो तय है कि यह नीलामी कला और विलासिता की सीमाओं को फिर से परिभाषित करने वाली साबित होगी।




