टोरंटो, कनाडा, 11 अगस्त 2025
कनाडा के टोरंटो शहर में एक अनूठी धार्मिक और सांस्कृतिक पहल के तहत 51 फीट ऊँची भगवान राम की भव्य प्रतिमा स्थापित की गई है। यह प्रतिमा इस तरह से बनाई गई है कि हवाई अड्डे पर विमान उतरते ही यात्री सीधे भगवान राम के दर्शन कर सकेंगे। यह भारत के बाहर भगवान राम की अब तक की सबसे ऊँची मूर्ति मानी जा रही है, जो वहां के हिंदू समुदाय के लिए गर्व और श्रद्धा का प्रतीक बनी है।
इस विशाल प्रतिमा का उद्घाटन कनाडा के प्रमुख हिंदू समाज और स्थानीय प्रशासन की संयुक्त पहल से हुआ। मंदिर परिसर के बाहर बनी इस प्रतिमा को विशेष रूप से इस तरह डिजाइन किया गया है कि हवाई जहाज के लैंडिंग पथ के समीप से गुजरते वक्त यात्री इसे स्पष्ट देख सकें। इससे न केवल धार्मिक आस्था को बढ़ावा मिलेगा, बल्कि भारतीय संस्कृति की वैश्विक पहचान भी मजबूत होगी।
स्थानीय हिंदू समुदाय के नेताओं ने बताया कि यह परियोजना वर्षों की मेहनत और सहयोग का परिणाम है। उन्होंने कहा कि भगवान राम की यह मूर्ति वहां के सभी भारतीय मूल के लोगों के लिए एक आध्यात्मिक सहारा और सांस्कृतिक गर्व का स्रोत है। इसके साथ ही, यह धार्मिक पर्यटन को भी बढ़ावा देने में मददगार साबित होगी। कई पर्यटक अब इस विशेष स्थल को देखने के लिए टोरंटो आने की इच्छा जता रहे हैं।
विशेषज्ञों का कहना है कि इस तरह की पहल भारतीय संस्कृति के वैश्वीकरण में एक महत्वपूर्ण भूमिका निभाती है। हिंदू धर्म के महानायक भगवान राम की प्रतिमा का स्थापित होना कनाडा जैसे बहुसांस्कृतिक देश में सहिष्णुता और धार्मिक विविधता का भी संदेश है। इस मौके पर आयोजित समारोह में कनाडाई अधिकारियों, धार्मिक गुरुओं और समाजसेवियों ने भाग लिया और इसे सांस्कृतिक एकता का उत्सव बताया।
यह मूर्ति न केवल कनाडा में रहने वाले भारतीय मूल के लोगों के लिए आध्यात्मिक केंद्र बनेगी, बल्कि विश्व के अन्य हिस्सों के लोग भी यहां आकर भारतीय धार्मिक और सांस्कृतिक विरासत के साथ जुड़ाव महसूस करेंगे।