नई दिल्ली | 1 अक्टूबर 2025
करीब दो साल बाद जेल से बाहर आए सपा नेता आजम खान ने एक इंटरव्यू में अपने पुराने तेवर दिखाते हुए कहा कि उनके लिए मुलायम सिंह यादव की नज़दीकी और सम्मान का अंदाज़ा इसी से लगाया जा सकता है कि “मेरे पीछे नंगे पैर दौड़ आए थे मुलायम।”
आजम खान ने कहा कि समाजवादी पार्टी की सरकार में उनके बिना कैबिनेट की मीटिंग तक नहीं होती थी। “अगर मैं चार घंटे लेट आता था तो कैबिनेट वहीं रुकती थी। अगर मैं नहीं जाता था तो मीटिंग ही नहीं होती थी। मेरे लिए ऐसा कौन करेगा?”
जेल की सजा पर बात करते हुए आजम खान ने कहा कि उन्होंने पांच साल तक तनहाई जेल झेली, जहां न गर्मी में पंखा था और न सर्दी में बचाव। “लेकिन मलाल नहीं, शर्म आती है। मैं डटा था, डटा हूं और डटा रहूंगा। हथौड़ा फौलाद पर ही चलता है,” उन्होंने कहा।
आजम खान ने यह भी कहा कि अगर उन्हें फिर जेल जाना पड़ा तो जाएंगे और तैयार भी हैं। “ज़िंदगी रही तो लौटकर आऊंगा, और अगर मर गया तो हमारा जनाज़ा भी धूमधाम से जाएगा।”
उन्होंने दावा किया कि उन्होंने मुलायम सिंह यादव से कभी कुछ नहीं मांगा, बस एक यूनिवर्सिटी की माँग की थी और मुलायम ने कभी उन्हें रोका नहीं। आजम खान का यह बयान समाजवादी राजनीति में उनके पुराने प्रभाव और मुलायम सिंह यादव से उनके रिश्तों की झलक देता है।