वॉशिंगटन, 30 सितंबर 2025
अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प ने सोमवार को व्हाइट हाउस में इज़रायल के प्रधानमंत्री बेन्यामिन नेतन्याहू का स्वागत किया, जहाँ उन्होंने गाजा संघर्ष को शांत करने के लिए एक नया 21-पॉइंट शांति प्रस्ताव उठाया। ट्रम्प का कहना है कि इस प्रस्ताव से मिसर, कतर और अन्य मध्यस्थ देशों की मदद से गाजा में लड़ाई बंद कराई जा सकती है, सभी बंधकों को छोड़ा जाए और इज़रायल को सुरक्षा गारंटी मिले।
इस शांति योजना के तहत कई संवेदनशील बिंदु शामिल हैं — जैसे कि तत्काल युद्धविराम, बचे हुए बंधकों की रिहाई, इज़रायली सैनिकों की क्रमबद्ध वापसी और गाजा में प्रशासनिक नियंत्रण में बदलाव। ट्रम्प ने कहा है कि इस योजना के लिए इज़रायल को कई समझौते करने होंगे, और उन्होंने नेतन्याहू से अपेक्षा जताई कि वे इस प्रस्ताव को स्वीकार करें और आगे कार्रवाई करें।
नेतन्याहू पहले से ही अंतरराष्ट्रीय दबाव झेल रहे हैं, क्योंकि गाजा में हालात बहुत खराब हो चुके हैं — भारी तबाही, असंख्य नागरिक हताहत और मानवीय संकट उत्पन्न हो चुका है। इसके कारण इज़रायल की अंतरराष्ट्रीय छवि पर भी सवाल उठने लगे हैं। ऐसे में ट्रम्प का यह प्रयास माना जा रहा है कि वह अमेरिका को मध्यस्थ शक्ति के रूप में स्थापित करे और इज़रायल-फلسطीन विवाद नये समीकरणों में ले जाए।
हालाँकि, नेतन्याहू और उनकी सरकार के अंदर इस प्रस्ताव को लेकर कुछ झिझक भी है। उन्होंने स्पष्ट किया है कि उन्होंने इस प्रस्ताव का आंशिक समर्थन किया है, लेकिन कई ऐसे बिंदु हैं जिनमें इज़रायल को अपनी चिंताएं हैं — जैसे कि हमास का भविष्य, गाजा के प्रशासन में हिस्सेदारी, तथा सुरक्षा जिम्मेदारियाँ कौन संभालेगा।
इस व्हाइट हाउस बैठक के साथ ही ट्रम्प ने यह स्पष्ट किया कि वे वेस्ट बैंक के किसी भी अनैक्शन (विलय) की अनुमति नहीं देंगे और इज़रायल को वह मार्गदर्शन करने की कोशिश करेंगे कि इस शांति प्रस्ताव के साथ आगे कैसे बढ़ा जाए।
समय कहेगा कि यह प्रस्ताव कितनी मजबूती से लागू हो पाएगा, क्योंकि गाजा में लड़ाई के दुष्परिणाम गहरे और जटिल हैं। इस बैठक ने एक अवसर दिया है — अगर सही ढंग से उपयोग किया जाए — दुनिया को दिखाने का कि मध्यस्थ भूमिका निभाने से भविष्य में स्थिरता लाई जा सकती है।