न्यूयॉर्क, 24 सितंबर 2025
संयुक्त राष्ट्र महासभा के सत्र के दौरान सऊदी अरब ने पूरी दुनिया से अपील की कि अब समय आ गया है जब फिलिस्तीन को एक स्वतंत्र और संप्रभु राज्य के रूप में मान्यता दी जाए। इसके साथ ही सऊदी अरब ने गाजा, वेस्ट बैंक और पूर्वी यरुशलम में इज़राइल की बढ़ती आक्रामक कार्रवाइयों को रोकने की मांग करते हुए कहा कि यह केवल फिलिस्तीनी जनता के अधिकारों का हनन नहीं है, बल्कि पूरी क्षेत्रीय शांति और अंतरराष्ट्रीय स्थिरता के लिए गंभीर खतरा है।
विदेश मंत्री प्रिंस फैसल बिन फ़रहान, जिन्होंने क्राउन प्रिंस मोहम्मद बिन सलमान की ओर से यह संदेश दिया, ने स्पष्ट कहा कि गाजा और वेस्ट बैंक में इज़राइल द्वारा किए जा रहे “क्रूरतापूर्ण अपराध” किसी भी तरह से स्वीकार्य नहीं हैं। उन्होंने कहा कि इन हमलों का शिकार सबसे ज्यादा मासूम नागरिक हो रहे हैं — बच्चे, महिलाएं और बुजुर्ग — जो न तो इस संघर्ष के जिम्मेदार हैं और न ही इसमें उनकी कोई भूमिका है।
सऊदी अरब ने इस मौके पर हाल ही में फ्रांस द्वारा फिलिस्तीन को राज्य का दर्जा देने के फैसले का स्वागत किया और इसे ऐतिहासिक कदम बताया। प्रिंस फैसल ने अन्य देशों से भी यही अपील की कि वे साहसिक और मानवीय पहल करते हुए फिलिस्तीन को मान्यता दें। उन्होंने कहा कि इस दिशा में जितनी जल्दी सामूहिक सहमति बनेगी, उतनी ही जल्दी दो-राज्य समाधान (Two-State Solution) की राह प्रशस्त होगी।
सम्मेलन में “न्यूयॉर्क घोषणा” का भी ज़िक्र हुआ, जिसमें संयुक्त राष्ट्र महासभा के 193 सदस्यों में से 142 देशों ने फिलिस्तीन के शांतिपूर्ण समाधान और दो-राज्य सिद्धांत के पक्ष में मतदान किया। यह आंकड़ा इस बात का सबूत है कि दुनिया की भारी बहुमत फिलिस्तीन की स्वतंत्रता और संप्रभुता के पक्ष में खड़ी है।
प्रिंस फैसल ने यह भी दोहराया कि सऊदी अरब अन्य शांति-प्रिय देशों के साथ मिलकर गाजा में युद्धविराम सुनिश्चित करने, इज़राइल की एकतरफा कार्रवाइयों को रोकने और 1967 की सीमाओं पर आधारित स्वतंत्र फिलिस्तीनी राज्य की स्थापना के लिए पूरी तरह प्रतिबद्ध है। उन्होंने कहा कि इस राज्य की राजधानी पूर्वी यरुशलम होगी और यही क्षेत्रीय शांति की असली गारंटी है।
अपने संबोधन के अंत में प्रिंस फैसल ने उन सभी देशों का आभार व्यक्त किया जिन्होंने पहले ही फिलिस्तीन को मान्यता दी है या इस दिशा में कदम उठाने की योजना बना रहे हैं। उन्होंने अंतरराष्ट्रीय समुदाय से अपील की कि वे इतिहास बनाने का साहस दिखाएं और फिलिस्तीन की मान्यता देकर न केवल एक पीड़ित जनता को न्याय दिलाएं बल्कि पूरी दुनिया को स्थायी शांति और न्याय का संदेश दें।
सऊदी अरब की यह अपील स्पष्ट संकेत है कि अब मध्य पूर्व का भविष्य तभी बदल सकता है, जब दुनिया मिलकर फिलिस्तीन की संप्रभुता को स्वीकार करे और गाजा पर जारी इज़राइली आक्रामकता को खत्म करे।