लखनऊ/रामपुर, 23 सितंबर — सीतापुर जेल से आजम खान की रिहाई के बाद राजनीतिक हलकों में यह चर्चा तेज़ हो गई थी कि क्या वरिष्ठ नेता समाजवादी पार्टी से अलग होकर किसी अन्य दल का रुख करेंगे। लेकिन इन अटकलों पर खुद शिवपाल सिंह यादव ने विराम लगा दिया। उन्होंने साफ कहा कि आजम खान कहीं नहीं जाएंगे, वे सपा के साथ ही रहेंगे। यही वजह है कि यह हेडलाइन पूरी तरह सही ठहरती है — आजम की रिहाई के तुरंत बाद पार्टी ने अपने सीनियर नेता को लेकर स्थिति स्पष्ट कर दी है।
शिवपाल यादव ने पत्रकारों से कहा—“ये सब अफवाहें हैं कि आजम खान किसी और पार्टी में शामिल होंगे। समाजवादी पार्टी उनके साथ थी, है और हमेशा रहेगी। झूठे मुकदमों में फँसाकर उन्हें परेशान किया गया, लेकिन पार्टी ने हर कदम पर उनका साथ दिया और आगे भी देती रहेगी।”
मालूम हो कि करीब 23 महीने जेल में रहने के बाद आजम खान को इलाहाबाद हाईकोर्ट से जमानत मिलने के बाद सीतापुर जेल से रिहाई मिली। वे बाहर आते ही अपने बेटों के साथ रामपुर के लिए रवाना हो गए और खामोश रहे। उनकी चुप्पी ने सियासी अटकलों को हवा दी थी कि क्या वे सपा से दूरी बना सकते हैं।
इसी बीच शिवपाल का यह बयान न केवल कार्यकर्ताओं को संदेश देने वाला है बल्कि विरोधियों को भी जवाब है। उन्होंने यह भी दोहराया कि आजम खान के खिलाफ सैकड़ों झूठे केस लगाए गए, मगर पार्टी उनके साथ खड़ी रही।
राजनीतिक विश्लेषकों का मानना है कि सपा के लिए आजम खान का महत्व बहुत बड़ा है, खासकर मुस्लिम बहुल इलाकों में। यही कारण है कि पार्टी अब सार्वजनिक रूप से यह सुनिश्चित कर रही है कि आजम का भविष्य सपा से ही जुड़ा रहेगा।
आजम खान की चुप्पी चाहे रणनीति हो या थकान का नतीजा, लेकिन शिवपाल यादव ने साफ कर दिया है कि वह समाजवादी पार्टी छोड़ने वाले नहीं हैं। इस बयान ने उन सभी अटकलों पर फिलहाल पूर्णविराम लगा दिया है जो उनकी रिहाई के साथ ही उभर आई थीं।