रोम 22 सितंबर 2025
गाज़ा में जारी हिंसा और इज़रायल की कार्रवाइयों के खिलाफ इटली में ज़बरदस्त विरोध देखने को मिला। देशभर के कामगारों ने गाज़ा के समर्थन में हड़ताल की, जिसके चलते परिवहन, उद्योग और सार्वजनिक सेवाओं में भारी व्यवधान पैदा हो गया। राजधानी रोम से लेकर मिलान और नेपल्स तक इसका असर साफ दिखा।
रिपोर्टों के मुताबिक, हज़ारों कामगार सड़कों पर उतरे और प्रदर्शन करते हुए कहा कि वे फिलिस्तीनी जनता पर हो रहे हमलों को बर्दाश्त नहीं करेंगे। रेलवे और एयरपोर्ट सेवाओं पर इसका सबसे ज्यादा असर पड़ा, कई ट्रेनों और उड़ानों को रद्द करना पड़ा। उद्योगों में उत्पादन धीमा पड़ गया और सरकारी दफ्तरों में कामकाज बाधित रहा।
प्रदर्शनकारियों का कहना था कि यह हड़ताल सिर्फ मजदूरों की आवाज़ नहीं बल्कि मानवता की पुकार है। उनका नारा था—“जब तक गाज़ा रो रहा है, हम चुप नहीं रह सकते।” यूनियनों ने भी साफ कहा कि वे युद्धविराम और न्याय की मांग कर रहे हैं।
इटली की इस देशव्यापी हड़ताल ने यूरोप को एक मजबूत संदेश दिया है कि गाज़ा की त्रासदी को नज़रअंदाज़ नहीं किया जा सकता। विशेषज्ञ मानते हैं कि यह कदम इज़रायल पर अंतरराष्ट्रीय दबाव को और बढ़ाएगा और यूरोप की राजनीति में भी नए समीकरण पैदा करेगा।
गाज़ा के लिए इटली की सड़कों पर गूंजे नारे और ठप पड़ी सेवाएँ यह साबित करती हैं कि फिलिस्तीन की लड़ाई अब सिर्फ पश्चिम एशिया तक सीमित नहीं, बल्कि यह दुनिया भर के कामगारों और आम जनता की न्याय की जंग बन चुकी है।