नई दिल्ली 22 सितंबर 2025
कांग्रेस के सीधे सवाल
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के राष्ट्र को संबोधन से पहले कांग्रेस ने तीखा हमला बोला है। कांग्रेस नेताओं ने पूछा है—क्या मोदी सिर्फ़ जीएसटी की आत्मप्रशंसा करेंगे या फिर उन गंभीर मुद्दों पर भी जवाब देंगे जो सीधे भारत की प्रतिष्ठा और लाखों भारतीयों के भविष्य से जुड़े हैं?
- ट्रंप प्रशासन द्वारा H-1B वीज़ा फीस को $100,000 तक बढ़ाने के ऐलान से लाखों भारतीय पेशेवर संकट में हैं। क्या मोदी उनके दर्द को आवाज़ देंगे?
- डोनाल्ड ट्रंप बार-बार दावा कर रहे हैं कि उन्होंने भारत-पाकिस्तान के बीच “सीज़फायर” कराया। क्या मोदी इन दावों को सिरे से खारिज करेंगे या चुप रहेंगे?
प्रवासी भारतीयों की बेचैनी
अमेरिका में रह रहे भारतीय प्रोफेशनल्स नई H-1B पॉलिसी से डरे हुए हैं। उनकी नौकरियाँ, करियर और परिवार सब अधर में हैं। कांग्रेस ने सवाल उठाया कि मोदी सरकार क्या प्रवासी भारतीयों के इस संकट पर अमेरिका से कड़ा संवाद करेगी, या फिर इसे भी चुनावी शोरगुल में दबा दिया जाएगा?
भारत-पाकिस्तान पर ट्रंप के दावे
कांग्रेस ने मोदी पर सीधा वार किया—जब ट्रंप खुले मंच से कह रहे हैं कि उन्होंने भारत-पाकिस्तान युद्धविराम में भूमिका निभाई, तो क्या मोदी देश को सच बताएँगे? विपक्ष का आरोप है कि प्रधानमंत्री की चुप्पी भारत की विदेश नीति और राष्ट्रीय सम्मान पर सवाल खड़े करती है।
जनता जानना चाहती है
कांग्रेस का कहना है कि आज देश की जनता को केवल टैक्स और जीएसटी के आँकड़े नहीं चाहिए, बल्कि विदेश नीति और प्रवासी भारतीयों से जुड़े मुद्दों पर पारदर्शी जवाब चाहिए। विपक्ष ने चुनौती दी कि मोदी बताएं—क्या वे अमेरिका की दबंग नीतियों के आगे खामोश रहेंगे या भारतीय हितों के लिए आवाज़ उठाएँगे?
कांग्रेस का यह प्रहार सीधा संदेश है—प्रधानमंत्री मोदी अब “मौन” से नहीं बच सकते। H-1B वीज़ा संकट और ट्रंप के विवादित दावे, दोनों ही भारत के लिए गंभीर प्रश्न हैं। देश जानना चाहता है: क्या मोदी राष्ट्रहित में बोलेंगे, या फिर एक बार फिर मुद्दों से भागेंगे?