नई दिल्ली 21 सितंबर 2025
स्वास्थ्य विशेषज्ञों ने चेतावनी दी है कि बाजार में मल्टीविटामिन सप्लीमेंट्स की आसान उपलब्धता लोगों के लिए जितनी मददगार दिखती है, उतनी ही खतरनाक भी साबित हो सकती है। डॉक्टरों का कहना है कि बिना जरूरत और डॉक्टर की सलाह के इनका सेवन शरीर को फायदा पहुँचाने की बजाय कई गंभीर समस्याओं को जन्म दे सकता है।
“हर किसी को सप्लीमेंट की ज़रूरत नहीं”
विशेषज्ञों का कहना है कि आम धारणा बन चुकी है कि मल्टीविटामिन खाने से शरीर को तुरंत ताकत मिलती है और बीमारियों से बचाव होता है। लेकिन हकीकत यह है कि संतुलित आहार लेने वाले लोगों को अक्सर किसी अतिरिक्त सप्लीमेंट की ज़रूरत नहीं होती। ऐसे में बिना वजह मल्टीविटामिन लेना शरीर में विटामिन और मिनरल्स की ओवरडोज़ का कारण बन सकता है।
संभावित खतरे
अत्यधिक मात्रा में विटामिन्स का सेवन लिवर और किडनी पर दबाव डाल सकता है। कुछ मामलों में हार्ट प्रॉब्लम्स और हड्डियों से जुड़ी जटिलताएँ भी देखने को मिली हैं। विशेषज्ञों ने यह भी बताया कि इंटरनेट और मेडिकल स्टोर्स से बिना पर्चे के मिलने वाले ये सप्लीमेंट्स कई बार नकली या निम्न गुणवत्ता वाले होते हैं, जिससे सेहत पर और भी बुरा असर पड़ सकता है।
बच्चों और बुज़ुर्गों पर ख़ास असर
डॉक्टरों का कहना है कि बच्चों और बुज़ुर्गों के लिए मल्टीविटामिन्स का अनियंत्रित उपयोग और भी खतरनाक साबित हो सकता है। बच्चों में यह हॉर्मोनल असंतुलन पैदा कर सकता है, वहीं बुज़ुर्गों में यह दवाइयों के असर को कम या ज्यादा कर स्वास्थ्य पर विपरीत असर डाल सकता है।
विशेषज्ञों की सलाह
विशेषज्ञों का मानना है कि ज़रूरी पोषण का सबसे अच्छा और सुरक्षित स्रोत प्राकृतिक आहार है। अगर किसी व्यक्ति में किसी विशेष विटामिन या मिनरल की कमी पाई जाती है, तो डॉक्टर की सलाह से ही सप्लीमेंट लेना चाहिए। यह चेतावनी हमें याद दिलाती है कि सेहत के मामले में ‘ज़्यादा’ हमेशा अच्छा नहीं होता, और संतुलन ही स्वस्थ जीवन की कुंजी है।