नई दिल्ली 13 सितंबर 2025
भारत और चीन के बीच लंबे समय से चले आ रहे सीमा तनाव को कम करने के लिए अब दोनों देशों ने एक नया रास्ता अपनाने पर सहमति जताई है। वास्तविक नियंत्रण रेखा (LAC) पर दोनों सेनाओं की गतिविधियों पर नजर रखने के लिए कैमरे लगाए जाएंगे। इसका उद्देश्य आपसी विश्वास बढ़ाना और आकस्मिक टकराव की संभावनाओं को घटाना है।
सूत्रों के मुताबिक, यह पहल दोनों देशों के बीच हाल ही में हुई सैन्य और कूटनीतिक वार्ताओं का नतीजा है। कैमरे लगाने से सीमा पर पारदर्शिता आएगी और दोनों पक्षों की गतिविधियां एक-दूसरे के सामने स्पष्ट होंगी। इससे उन परिस्थितियों से बचने में मदद मिलेगी जो अक्सर गलतफहमी और झड़पों का कारण बन जाती हैं।
विशेषज्ञों का कहना है कि यह कदम विश्वास बहाली की दिशा में अहम है। हालांकि, कैमरों की तैनाती से समस्या का पूर्ण समाधान नहीं होगा, लेकिन यह निश्चित रूप से सीमा पर तनाव घटाने और शांति कायम करने की दिशा में एक सकारात्मक शुरुआत है।
भारत-चीन सीमा विवाद दशकों से चला आ रहा है और गलवान घाटी जैसी घटनाओं ने दोनों देशों के रिश्तों में गहरी खाई पैदा कर दी थी। ऐसे में इस तरह का तकनीकी और पारदर्शिता आधारित फॉर्मूला दोनों देशों के बीच आपसी भरोसा बढ़ाने में सहायक साबित हो सकता है। कैमरों की मौजूदगी न सिर्फ निगरानी को मजबूत बनाएगी बल्कि यह दोनों देशों को शांति, संवाद और सहयोग की नई दिशा में ले जाने का संकेत भी है।