उपराष्ट्रपति चुनाव से ठीक पहले संसद में विपक्षी गठबंधन INDIA ब्लॉक ने अपनी रणनीति को तेज़ कर दिया है। सोमवार दोपहर संसद भवन के सेंट्रल हॉल में विपक्षी सांसदों ने मॉक पोल किया। इसका मक़सद था सांसदों को मतदान प्रक्रिया से परिचित कराना, ताकि असली चुनाव के दौरान कोई भ्रम या गलती न हो।
चुनाव आयोग की ओर से तय कार्यक्रम के मुताबिक, उपराष्ट्रपति पद के लिए मतदान 9 सितंबर को संसद भवन के कमरा F-101 ‘वासुधा’ में सुबह 10 बजे से शाम 5 बजे तक होगा। मतगणना उसी दिन शाम 6 बजे से शुरू होगी। विपक्षी खेमे का मानना है कि अगर सांसद पहले से अभ्यास कर लेंगे, तो ग़लतियों की गुंजाइश नहीं रहेगी और उनकी एकजुटता का भी संदेश जाएगा।
विपक्ष ने इस चुनाव में पूर्व सुप्रीम कोर्ट न्यायाधीश जस्टिस (रिटायर्ड) बी. सुदर्शन रेड्डी को उम्मीदवार बनाया है। न्यायपालिका में अपने साहसिक फैसलों के लिए के प्रसिद्ध रेड्डी ने काले धन के मामलों, सलवा जुडुम की असंवैधानिकता और विदेशी खातों की जांच जैसे अहम मामलों में ऐतिहासिक आदेश दिए थे। उनके मुक़ाबले एनडीए ने महाराष्ट्र के राज्यपाल सी.पी. राधाकृष्णन को मैदान में उतारा है।
इस बीच, कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे की ओर से विपक्षी सांसदों को एकजुट करने के लिए रणनीतिक डिनर का आयोजन किया जाना था, लेकिन बाढ़ त्रासदी को देखते हुए उसे रद्द कर दिया गया। विपक्ष ने संदेश दिया कि उनकी प्राथमिकता जनता की पीड़ा है, न कि सियासी उत्सव।
हालांकि, संख्या बल के लिहाज से एनडीए की स्थिति मज़बूत मानी जा रही है। संसद के दोनों सदनों में उनके पास बहुमत है। इसके बावजूद विपक्ष ने यह मॉक पोल कर यह दिखाने की कोशिश की है कि यह चुनाव केवल सत्ता की लड़ाई नहीं, बल्कि लोकतंत्र और न्याय के मूल्यों की लड़ाई भी है।