नई दिल्ली
बिहार में विधानसभा चुनाव की तैयारी जोरों पर है और राजनीतिक तापमान लगातार बढ़ रहा है। एनडीए के 4 सितंबर को घोषित बिहार बंद ने सियासी हलकों में हलचल मचा दी है, वहीं गुरुवार को केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह दिल्ली में बीजेपी के वरिष्ठ नेताओं के साथ बैठक कर रहे हैं। इस बैठक को बिहार विधानसभा चुनाव की रणनीति तय करने के लिहाज से बेहद अहम माना जा रहा है। अमित शाह के नेतृत्व में यह बैठक बिहार में सीटों का बंटवारा, मतदाता जागरूकता अभियान और चुनावी मुद्दों पर चर्चा के लिए आयोजित की गई है।
बैठक का सबसे बड़ा एजेंडा है सीटों का बंटवारा। बीजेपी और उसके सहयोगी दलों के बीच किस जिले या विधानसभा क्षेत्र में किसे उम्मीदवार उतारना है, यह चर्चा का मुख्य बिंदु होगा। नेताओं के अनुसार, यह फैसला केवल सियासी गणित पर नहीं बल्कि स्थानीय मुद्दों, जातिगत समीकरण और पार्टी की ताकत को ध्यान में रखते हुए लिया जाएगा। इसके साथ ही मतदाता जागरूकता और वोटर अधिकार यात्रा पर भी जोर दिया जाएगा। अमित शाह इस बैठक में यह सुनिश्चित करना चाहेंगे कि चुनाव के समय अधिक से अधिक लोग मतदान करें और मतदाता सूची में किसी प्रकार की अनियमितता न हो।
इसके अलावा, बैठक में महत्वपूर्ण सियासी मसलों और रणनीति पर भी विचार किया जा रहा है। इसमें विपक्षी दलों की चाल, संभावित चुनौतियों, स्थानीय मुद्दों और चुनावी प्रचार के तरीकों पर चर्चा होगी। पार्टी नेताओं ने बताया कि बैठक में यह भी तय किया जाएगा कि चुनाव के दौरान पीएम और वरिष्ठ नेताओं को किस तरह से चुनावी रैलियों और कार्यक्रमों में शामिल किया जाए, ताकि पार्टी की ताकत और संदेश जनता तक प्रभावी ढंग से पहुंचे।
सियासी हलकों का मानना है कि अमित शाह की यह बैठक न केवल चुनावी रणनीति तय करने के लिए बल्कि बीजेपी और एनडीए की ताकत और संगठनात्मक मजबूती का प्रदर्शन करने के लिए भी अहम है। बिहार के मतदाता और राजनीतिक विश्लेषक भी इस बैठक के नतीजों पर नजर रखे हुए हैं, क्योंकि यह तय करेगा कि एनडीए की सीटों का बंटवारा किस प्रकार होगा और किस तरह की रणनीति अपनाई जाएगी। इस बैठक के बाद ही बिहार विधानसभा चुनाव में बीजेपी की ताकत और दिशा स्पष्ट होगी।
कुल मिलाकर, बिहार विधानसभा चुनाव के इस दौर में अमित शाह की दिल्ली बैठक बीजेपी के लिए रणनीतिक निर्णायक मोड़ साबित हो सकती है। यह बैठक न केवल सीटों और उम्मीदवारों की रणनीति तय करेगी, बल्कि चुनावी तैयारियों और मतदाता जागरूकता अभियान के लिए रोडमैप भी निर्धारित करेगी।