पटना 31 अगस्त 2025
राजगीर (बिहार) में चल रहे हॉकी एशिया कप 2025 में भारतीय हॉकी टीम ने शानदार प्रदर्शन करते हुए लगातार दूसरी जीत दर्ज की है। चीन को मात देने के बाद टीम इंडिया ने अब जापान को 3-2 से शिकस्त दी। यह जीत केवल स्कोरलाइन तक सीमित नहीं रही, बल्कि इसने भारतीय टीम के आत्मविश्वास और टूर्नामेंट में दबदबे को भी और मजबूत किया है। भारत ने शुरुआत से ही आक्रामक खेल दिखाया और जापान को रक्षात्मक मुद्रा में धकेल दिया।
शुरुआती मिनटों में ही भारत का दबदबा
मैच की शुरुआत से ही भारत ने यह स्पष्ट कर दिया था कि वह जीत के इरादे से मैदान में उतरी है। पहले ही पांच मिनट के भीतर मनीदीप सिंह ने गोल दागकर भारत को बढ़त दिला दी। इस शुरुआती गोल ने जापानी टीम पर दबाव बना दिया। इसके तुरंत बाद कप्तान हरमनप्रीत सिंह ने अपने शानदार ड्रैग-फ्लिक से दूसरा गोल किया और भारत ने स्कोर 2-0 कर लिया। इस शुरुआती बढ़त ने भारत की रणनीति को और आक्रामक बना दिया और जापान बैकफुट पर आ गया।
जापान की वापसी की कोशिश
हालाँकि, जापानी टीम ने आसानी से हार मानने से इनकार कर दिया। तीसरे क्वार्टर में कोसेई कावाबे ने एक गोल कर स्कोर 2-1 कर दिया। यह गोल जापान के लिए संजीवनी साबित हो सकता था, लेकिन भारत ने संयम बनाए रखा। ठीक इसी समय कप्तान हरमनप्रीत सिंह ने एक और पेनल्टी-कार्नर को गोल में बदलते हुए भारत की बढ़त फिर से दो गोल की कर दी। स्कोर 3-1 होने के बाद भारतीय दर्शकों का उत्साह चरम पर था और लग रहा था कि अब जीत लगभग तय है।
चौथे क्वार्टर का रोमांच और भारत की जीत
मैच का चौथा क्वार्टर सबसे रोमांचक रहा। जब स्कोर 3-1 था, तभी हरमनप्रीत सिंह को येलो कार्ड मिल गया और उन्हें मैदान से बाहर जाना पड़ा। इस मौके का फायदा उठाकर जापान ने दूसरा गोल दाग दिया और स्कोर 3-2 हो गया। आखिरी के कुछ मिनटों में जापान ने बराबरी का गोल करने के लिए पूरी ताकत झोंक दी, लेकिन भारतीय डिफेंस ने कमाल की दृढ़ता दिखाई और विपक्ष को मौका नहीं दिया। इसी के साथ भारत ने 3-2 से मुकाबला अपने नाम कर लिया।
टूर्नामेंट में भारत की स्थिति और आगे की राह
इस जीत के साथ भारत ने पूल-A में शीर्ष स्थान हासिल करने की दिशा में बड़ा कदम बढ़ा लिया है। लगातार दो जीत के बाद भारत ने Super 4 दौर में जगह पक्की कर ली है। अब उसका अगला मुकाबला कज़ाखस्तान से होगा और उम्मीद की जा रही है कि भारत यह मैच भी आसानी से जीतकर ग्रुप स्टेज को अजेय रहते हुए समाप्त करेगा। भारत की इस लय ने बाकी टीमों के लिए चुनौती बढ़ा दी है। खासकर हरमनप्रीत सिंह और मनीदीप सिंह जैसे खिलाड़ियों की फॉर्म देखकर लग रहा है कि टीम सेमीफ़ाइनल और फाइनल तक लंबा सफर तय कर सकती है।
मनोबल और राष्ट्रीय उम्मीदें
भारत की इस जीत का असर सिर्फ अंक तालिका पर ही नहीं, बल्कि खिलाड़ियों के मनोबल पर भी गहराई से पड़ा है। पिछले कुछ सालों से भारतीय हॉकी लगातार प्रगति के रास्ते पर है, और एशिया कप में यह प्रदर्शन साबित करता है कि टीम अब एशिया की सबसे बड़ी दावेदार बन चुकी है। इस जीत ने न केवल खिलाड़ियों के आत्मविश्वास को बढ़ाया है, बल्कि करोड़ों भारतीयों की उम्मीदों को भी नई ऊर्जा दी है। अब पूरी निगाहें अगले मैच और सेमीफ़ाइनल पर हैं, जहाँ टीम इंडिया अपने खेल के दम पर एशियाई हॉकी का ताज हासिल करने की कोशिश करेगी।