भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने कांग्रेस नेता राहुल गांधी और राजद नेता तेजस्वी यादव पर बेहद गंभीर आरोप लगाए हैं। पार्टी का कहना है कि उनकी संयुक्त यात्रा के मंच से प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की स्वर्गीय माताजी के लिए “अत्यंत अभद्र और गंदी भाषा” का प्रयोग किया गया, जिसने राजनीति की मर्यादा को शर्मसार कर दिया है।
“राजनीति में इतनी नीचता कभी नहीं देखी गई”
भाजपा नेताओं ने कहा कि यह हरकत भारतीय राजनीति में अब तक की सबसे शर्मनाक और स्तरहीन घटना है। पार्टी ने आरोप लगाया कि राहुल-तेजस्वी की यात्रा अब अपमान, घृणा और गटर-स्तरीय राजनीति का प्रतीक बन चुकी है।
“बिहारवासियों का भी किया अपमान”
भाजपा ने यह भी आरोप लगाया कि राहुल और तेजस्वी ने पहले ही तमिलनाडु के मुख्यमंत्री एम.के. स्टालिन और कांग्रेस नेता रेवंत रेड्डी जैसे नेताओं को बिहार बुलाकर यहाँ के लोगों का अपमान करवाया। अब, हताशा की स्थिति में वे प्रधानमंत्री की पूज्य स्वर्गीय माताजी के लिए गालियाँ दिलवाकर और गंदगी फैलाने में जुटे हैं।
“इतनी गंदी भाषा कि दोहराना भी संभव नहीं”
भाजपा प्रवक्ताओं का कहना है कि मंच से इस्तेमाल की गई भाषा इतनी गंदी और अभद्र थी कि उसे सार्वजनिक मंच पर दोहराना तक संभव नहीं। उनका आरोप है कि यह सुनियोजित तरीके से किया गया ताकि प्रधानमंत्री मोदी को व्यक्तिगत रूप से आहत किया जा सके।
“हज़ार बार माफी भी नाकाफी”
भाजपा ने स्पष्ट कहा कि राहुल गांधी और तेजस्वी यादव ने जो किया है, वह अक्षम्य अपराध है। पार्टी का कहना है, “चाहे ये दोनों नेता हज़ार बार कान पकड़कर उठक-बैठक कर लें और माफी मांगें, तब भी बिहार की जनता उन्हें माफ नहीं करेगी। ये लोग न सिर्फ़ प्रधानमंत्री बल्कि बिहार की जनता की भावनाओं का भी अपमान कर रहे हैं।”
भाजपा का यह भी आरोप है कि राहुल-तेजस्वी की यात्रा पूरी तरह से “नफरत फैलाने और समाज को बांटने का मंच” बन चुकी है। पार्टी ने जनता से अपील की है कि इस “अपमान यात्रा” को हमेशा के लिए नकार दें।