6 फरवरी 2023 को मध्य पूर्व में आए जबरदस्त भूकंप में तुर्की और उत्तरी सीरिया में लगभग 50,000 से अधिक लोगों की मृत्यु हुई, जबकि लाखों अंशतः या पूरी तरह विस्थापित हो गए। भारत ने भी त्वरित राहत प्रयास में हिस्सा लिया—350 भारतीय राहत जवानों और चिकित्सा सामग्री के साथ। विश्व बैंक, UN, NGO समेत कई देशों ने राहत कार्यों का समर्थन किया। बुनियादी ढांचे, अस्पतालों और आवासीय भवनों की भारी तबाही के बाद, पुनर्निर्माण कार्य और मानव सहायता की अनिवार्यता सामने आई। यह घटना 21वीं सदी के सबसे विनाशकारी प्राकृतिक हादसों में शुमार होती है।
