नई दिल्ली, 21 अगस्त 2025
कांग्रेस और विपक्ष ने गृहमंत्री अमित शाह पर तीखा हमला बोला है। एनएसयूआई प्रभारी कन्हैया कुमार ने आरोप लगाया कि अमित शाह ने पहले चुनी हुई सरकारें गिराने के लिए विधायक चोरी की राजनीति की। जो विधायक नहीं तोड़े जा सके, उनके पीछे एजेंसियां लगाईं और फिर दबाव डालकर उन्हें भाजपा में शामिल कराया।
उन्होंने कहा कि भाजपा अब केवल विधायक ही नहीं, बल्कि वोट चोरी पर भी उतर आई है। बिहार में SIR (Special Investigation Report) के नाम पर हजारों लोगों के नाम मतदाता सूची से हटाए जा रहे हैं। यह सीधे-सीधे लोकतांत्रिक अधिकारों का हनन है।
कन्हैया कुमार ने सबसे बड़ा आरोप यह लगाया कि अब अमित शाह ‘सीएम चोरी’ की तैयारी कर रहे हैं। सरकार एक ऐसा नया कानून लाने जा रही है जिसके तहत यदि कोई मुख्यमंत्री 30 दिन जेल में रहता है तो उसे पद से हटना होगा।
उन्होंने कहा, “यह कानून दरअसल विपक्षी दलों के मुख्यमंत्रियों को निशाना बनाने और राज्यों में चुनी हुई सरकारों को अस्थिर करने की साज़िश है। अमित शाह लोकतंत्र को लाठीतंत्र में बदलना चाहते हैं और जनता के संवैधानिक अधिकारों को छीनने पर आमादा हैं।”
विपक्षी दलों ने चेतावनी दी है कि यदि इस तरह के कानून लाए गए तो यह न केवल संविधान की भावना के खिलाफ होगा बल्कि पूरे देश के संघीय ढांचे और लोकतंत्र के लिए खतरा साबित होगा।