30 अक्टूबर को गुजरात के मोरबी जिले में मच्छू नदी पर बना 140 साल पुराना झूला पुल अचानक टूट गया, जिससे 135 से अधिक लोगों की मौत हो गई और सैकड़ों घायल हो गए। पुल का संचालन एक निजी कंपनी कर रही थी जिसने मरम्मत के बाद बिना फिटनेस प्रमाणपत्र के इसे खोल दिया था। हादसे में महिलाओं और बच्चों की बड़ी संख्या शामिल थी। इस घटना ने सार्वजनिक संरचना, निगरानी तंत्र और सरकारी जवाबदेही पर गंभीर सवाल खड़े किए। प्रधानमंत्री मोदी ने मोरबी पहुंचकर शोक संवेदना जताई और उच्चस्तरीय जांच के आदेश दिए।
