फरवरी से मार्च 2022 के बीच झारखंड के धनबाद और गिरिडीह में अवैध कोयला खनन के चलते कई खदानों में दुर्घटनाएं हुईं, जिनमें दर्जनों मजदूरों की मौत हो गई। इनमें से कई घटनाएं रिपोर्ट तक नहीं हो पाईं क्योंकि अवैध खनन माफिया और प्रशासन की मिलीभगत सामने आई। मीडिया और जन आंदोलन के दबाव के बाद जांच बैठाई गई। यह घटनाक्रम न केवल मानव जीवन की अनदेखी को दर्शाता है बल्कि खनन क्षेत्र में व्याप्त भ्रष्टाचार और कानून-व्यवस्था की विफलता को भी उजागर करता है।
