28 जून को मुंबई के कुर्ला इलाके में एक चार मंजिला जर्जर इमारत के गिरने से 19 लोगों की जान गई और कई घायल हुए। हादसे के बाद राहत कार्य में देरी और नगर निगम की लापरवाही को लेकर जनाक्रोश भड़क उठा। इस इमारत को पहले ही ‘खतरनाक’ घोषित किया जा चुका था, फिर भी कोई कार्रवाई नहीं हुई। यह घटना मुंबई के तेजी से होते शहरीकरण और कमजोर नगर नियोजन की ओर इशारा करती है। हर मानसून में ऐसी घटनाएं मुंबई की मूलभूत संरचना पर गंभीर सवाल खड़े करती हैं।
