9 अगस्त को बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने भारतीय जनता पार्टी से नाता तोड़ते हुए महागठबंधन के साथ सरकार बना ली। उन्होंने तेजस्वी यादव को उपमुख्यमंत्री बनाया और राज्यपाल से समर्थन पत्र सौंपा। यह निर्णय बिहार की राजनीति में बड़ा बदलाव था। नीतीश का यह पलटवार 2017 के ‘घर वापसी’ के ठीक उलट था और उन्होंने विपक्ष को एकजुट करने की बात दोहराई। इससे 2024 के आम चुनावों में विपक्षी राजनीति को नई ऊर्जा मिली।
